नवीन चौहान
कोरोना वायरस के चलते भारत एक भयंकर आपदा के मुहाने पर खड़ा है। संकट की इस घड़ी में भारत की जनता का जीवन बचाने के लिए जागरूकता की मुहिम जारी है। कोरोना वायरस पूरे देश को अपनी चपेट में लेने को तैयार है। इस संक्रामक वायरस से बचने के लिए भारत सरकार पूरा जोर लगा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को घरों में बंद रहने की भावनात्मक अपील कर रहे है। वही हरिद्वार की कवियत्री डॉ मनु शिवपुरी ने भी अपनी कविता के माध्यम से देशवासियों से एक भावनात्मक अपील की है। उन्होंने सभी नागरिकों से घर में रहने की गुहार लगाई है। तथा कमजोर वर्ग की आर्थिक मदद करने के लिए प्रेरित किया है।
🍁🙏
मानो अब *यह बड़ी-संकट की घड़ी है,
समस्या यह छोटी नहीं “बहुत ही *बड़ी है।।
🍁🙏
दोस्तों -बच्चों -बुजुर्गों -अब *मान जाओ तुम,
तमाशा नहीं कोई-अब-*मौत बाहर ही पड़ी है।।
🍁🙏
*जो -खाना दे रहे-भूखे-मुफ्लिसों को यूं,
कल रात से मुंह इनके-भी–नहीं -*रोटी पड़ी है।।
🍁🙏
डाक्टर-पुलिस- सफाई दारों का-*कैसे कर्ज उतारेंगे,
साफ करते-जो भी चीज-कितनी भी सड़ी है।।
🍁🙏
बाहर निकलना नहीं-*महज-बस झांक लेना तुम,
तुम को बचाने आज- भारत की सेना खड़ी है।
मानो तो मानो-बड़ी संकट -की घड़ी है,
तमाशा नहीं कोई अब मौत बाहर ही-पड़ी है।।🙏🙏🙏🙏
🍁🙏
थोड़ा अनुशासित रहे तो थाम लेंगे हम,
बीमारी ये कुछ* ऐसी है जो *भीड़ से ही बढ़ी है।।
समस्या छोटी नहीं है बहुत ही बड़ी है,
घर में रहो, सुरक्षित रहो, ये संकट की घड़ी है।।🙏🙏🙏🙏
Manu Shivpuri