योगेश शर्मा
हरिद्वार में शुक्रवार का दिन कुछ खास रहा। पुलिस ने एक दारोगा को मां बेटे की हत्या के आरोप में जेल भेजा तो दो तथाकथित पत्रकारों को भी रंगदारी के आरोप में जेल की रवानगी कराई। दोनों युवक आमजन से पत्रकारिता का भय दिखाकर अवैध वसूली करने में जुटे थे। हरिद्वार में फर्जी पत्रकारों की बाढ़ आई है। पत्रकारिता के नाम पर कुछ नकारात्मक तत्व अवैध वसूली और धमकी देने जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। उक्त सम्बन्ध में एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने मातहत को स्पष्ट रुप से निर्देशित किया है कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
ऐसे ही एक मामले में शिकायतकर्ता सिडकुल निवासी जोगिंदर सिंह ने पत्रकारिता की आड़ में धौंस दिखाकर अवैध रुप से पैसे की मांग करने के संबंध में तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और विवेचना शुरू कर दी। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि वह ट्रैक्टर व जेसीबी का मालिक है। सिडकुल कंपनियों में काम का ठेका लेता रहता है। इसी वजह से तथाकथित फर्जी पत्रकारों द्वारा उससे अनावश्यक रूप से पैसे की मांग कर परेशान किया जा रहा था। दोनों कथित आरोपी अधिमान्य पत्रकार एकता कल्याण संघ पहचान पत्र संख्या APEKS /012/202 जिसमें नवनीत शर्मा अंकित था दिखाकर पैसे की मांग करने लगे। ये भी सामने आया कि दोनों आरोपी (नवनीत शर्मा व विनीत कौशिक) अपनी धमक दिखाकर पहले भी शिकायतकर्ता से पैसे ले चुके हैं। आरोपियों द्वारा 20000/- रुपये की मांग करने पर शिकायतकर्ता द्वारा उन्हे 10000/- रुपए दिए गए तो दोनों आरोपी बाकी राशि भी मांगने लगे।
मुकदमें के आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस टीम ने दोनों तथाकथित पत्रकारों को दबोचकर उनके कब्जे से ₹10000/- रुपए भी बरामद किए। दोनों आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
नाम पता आरोपी-
1- नवनीत शर्मा पुत्र मुकेश शर्मा निवासी मंगल विहार कॉलोनी धीरवाली ज्वालापुर
2- विनीत कौशिक पुत्र जालेदर कौशिक निवासी महादेवपुरम सिडकुल
बरामदगी का विवरण-
₹10000/- नगदी
पुलिस टीम-
- उप निरीक्षक संदीप चौहान
- कांस्टेबल हरिराज