नवीन चौहान
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी उच्च शिक्षा के मापदंड स्थापित करने के दृढ संकल्प के साथ कार्य कर रहे है। वह उच्च शिक्षा का उन्नयन और शिक्षित छात्रों को सर्वश्रेष्ठ बनाने की दिशा में अथक प्रयास कर रहे है। उनका मानना है कि शिक्षित छात्र—छात्रा श्रेष्ठ नागरिक बनकर राष्ट्रहित में अपना योगदान कर सके। कुलपति डॉ ध्यानी निजी कॉलेजों का सर्वागीण विकास और पारदर्शी नीति के साथ कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि मानकों के अनुरूप चलने वाले निजी कॉलेजों का हरसंभव सहयोग किया जायेगा। शिक्षा का बाजारीकरण करने वाले कॉलेजों पर कार्रवाई की जायेगी।
न्यूज127 डॉट कॉम के संपादक नवीन चौहान से एक्सक्लूसिव बातचीत में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी ने अपनी दूरदर्शी सोच को सार्वजनिक किया। बेहद ही ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ कुलपति डॉ ध्यानी विश्वविद्यालय की कमान संभालने के बाद से लगातार श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय को ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए कठिन परिश्रम कर रहे है। विपरीत परिस्थितियों में भी विश्वविद्यालय की बुनियाद को मजबूत कर रहे है। कर्मचारियों को ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करने की सीख दे रहे है। छात्र हितों के लिए कार्य कर रहे है। यही कारण रहा कि कोरोना संक्रमण काल की विपरीत परिस्थितियों में 14 सितंबर से परीक्षाएं आयोजित कराने का निर्णय किया। परीक्षाओं के लिए समस्त तैयारियां पूरी की और खुद परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर रहे है। हरिद्वार के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंचे कुलपति डॉ ध्यानी ने सभी कॉलेजों को व्यवस्थाएं दुरस्त करने के लिए निर्देशित किया। इसी के साथ उन्होंने कॉलेज संचालकों का मनोबल भी बढाया और उनकी हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया। इस दौरान डॉ रमेश सिंह चौहान परीक्षा नियंत्रक और दिनेश चंद्रा कुलसचिव उपस्थित रहे।