अखाड़ों की पेशवाई निकालने के लिए व्यवस्थाओं में जुटे मेलाधिकारी, जूना अखाड़ा के संतों ने जताई संतुष्टि, ये होंगी व्यवस्था




नवीन चौहान
कुंभ-2021 के शुभारंभ से पूर्व अखाड़ों की पेशवाई निकालने के लिए रास्तों के साथ व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए जूना अखाड़ा के संतों के साथ मेलाधिकारी दीपक रावत के साथ अन्य विभागों के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। ज्वालापुर के पांडेवाला क्षेत्र में रथ तैयार करने का कार्य संपन्न होगा, जिसे तैयार करने के लिए कारीगर इसी क्षेत्र में निवास करेंगे, जिनके लिए पानी की व्यवस्था करनी होगी, इस पर मेलाधिकारी ने मौके पर मौजूद जल निगम के अधीशासी अभियंता को पानी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त मेलाधिकारी ने पुल के नीचे वाले क्षेत्र के तट पर लोहे की जाली लगाकर घेरे गए क्षेत्र की खसरा-खतौनी की जांच करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
मंगलवार को मेला अधिकारी दीपक रावत ने जूना अखाड़ा पहुंचकर मां मायादेवी के दर्शन किए तथा साधु-सन्तों का आशीर्वाद लिया। तत्पश्चात जूना अखाड़ा के अध्यक्ष, श्रीमहंत प्रेम गिरी एवं सचिव श्रीमहंत महेश पुरी के साथ गुजरांवाला भवन के निकट महामंडलेश्वर मां शुभमूर्ति द्वार पुल के नीचे वाले क्षेत्र एवं ज्वालापुर स्थित प्राचीन सिद्धपीठ पांडेय वाला का कुंभ की व्यवस्थाओं की तैयारियों की दृष्टि से निरीक्षण किया। सर्वप्रथम मेलाधिकारी ने गुजरांवाला भवन के निकट महामंडलेश्वर मां शुभमूर्ति द्वार पुल के नीचे वाले क्षेत्र का निरीक्षण किया। जूना अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी ने मेलाधिकारी को बताया कि पुल के नीचे गंगा का पानी पीछे को आ जाता है, जिससे पुल के नीचे सिल्ट जमा हो जाती है। इस पर मेलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी के अधीशासी अभियंता को निर्देश दिए कि जहां से गंगा का पानी पीछे को आ रहा है, वहां पर बालू के कट्टे डालकर, संबंधित क्षेत्र को समतल किया जाए। पुल के नीचे दो-तीन जगह पर पानी का रिसाव हो रहा था, जिसे देखकर मेलाधिकारी ने जल संस्थान के अधीशासी अभियंता को पानी के रिसाव को कल तक ठीक करने के निर्देश दिए।
जूना अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी ने मेलाधिकारी को बताया कि इस क्षेत्र में रथ तैयार करने का कार्य संपन्न होगा, जिसे तैयार करने के लिए कारीगर इसी क्षेत्र में निवास करेंगे, जिनके लिए पानी की व्यवस्था करनी होगी, इस पर मेलाधिकारी ने मौके पर मौजूद जल निगम के अधीशासी अभियंता को पानी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त मेलाधिकारी ने पुल के नीचे वाले क्षेत्र के तट पर लोहे की जाली लगाकर घेरे गए क्षेत्र की खसरा-खतौनी की जांच करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
तत्पश्चात दीपक रावत एवं जूना आखाड़ा के अध्यक्ष, सचिव एवं पदाधिकारी ज्वालापुर स्थित प्राचीन सिद्धपीठ पाण्डेय वाला पहुंचे। जहां पहुंचकर मेलाधिकारी ने सिद्धपीठ पाण्डेय वाला क्षेत्र में पानी की व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि पानी का कनेक्शन दे देंगे तथा समरसेबिल स्थापित कर देंगे और पानी की कोई भी दिक्कत नहीं आयेगी। इसके बाद मेलाधिकारी ने स्थाई निर्मित शौचालयों का निरीक्षण किया। श्रीमहंत प्रेम गिरी ने मौके पर मेलाधिकारी को बताया कि ये शौचालय कुंभ की दृष्टि से कम पड़ेंगे, इस पर मेलाधिकारी ने कहा कि हम यहां अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था कर देंगे।
मेलाधिकारी ने प्राचीन सिद्धपीठ पांडेय वाला परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था के बारे में एमएनए को निर्देश दिए कि यहां प्रतिदिन नियमित रूप से सफाई की व्यवस्था होनी चाहिए। विद्युत व्यवस्था के बारे में अधिकारियों ने मेलाधिकारी को बताया कि जल्दी ही हाईमास्ट लाइट लग जाएगी। इस पर मेलाधिकारी ने अधीशासी अभियंता विद्युत को निर्देश दिए कि जो बिजली के खंभे लगे हैं, उनमें भी लाइट की व्यवस्था की जाए। दीपक रावत ने अधिकारियों से आसपास के क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली तथा कहा कि यहां पर एक एम्बुलेंस रहेगी तथा एक डाॅक्टर की सेवायें नियमित रूप से मिलेगी।

मेलाधिकारी दीपक रावत जूना अखाड़ा के संतों के साथ पैशवाई मार्ग का निरीक्षण करते हुए

मेलाधिकारी ने प्राचीन सिद्धपीठ पांडेय वाला परिसर का पूरा निरीक्षण किया तथा वहां स्थापित प्राचीन सिद्ध स्थल के भी दर्शन किए। शहर को चित्रकारी के माध्यम से सजाने के संबंध में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर मेलाधिकारी ने कहा कि चित्रकला के माध्यम से शहर के प्रमुख भवनों, घाटों, पुलों, दीवारों आदि को धार्मिक मान्यताओं के पौराणिक चित्रों, उत्तराखण्ड के आइकाॅन, संस्कृति के रंग बिखेरते चित्रों आदि से सजाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में काफी कुछ बदला है, जितने श्रद्धालु आयेंगे, उन्हें अच्छा अनुभव होगा। इस मौके पर जूना अखाड़ा के अध्यक्ष श्री महंत प्रेम गिरी ने पत्रकारों को बताया कि हम कुम्भ के कार्यों से पूर्ण रूप से संतुष्ट हैं।
इस अवसर पर अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह, उप मेलाधिकारी दयानंद सरस्वती, पीडब्ल्यूडी अधीशासी अभियंता दीपक कुमार, आरईएस के अधिशासी अभियंता रामजी लाल, जल निगम के अधिशासी अभियंता मोहम्मद मीसम, विशेष कार्याधिकारी, कुंभ मेला महेश शर्मा, जल संस्थान, विद्युत विभाग, जूना अखाड़ा के कोठारी, श्रीलाल भारती, महादेव गिरी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।



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