जिस्मफरोशी कर रही सास का कातिल बना दामाद, खुलासा




नवीन चौहान, हरिद्वार।
जिस्मफरोशी कर रही तलाकशुदा लक्ष्मी उर्फ गुड्डी का कातिल उसी का दामाद निकला। अपनी सास के अनैतिक कृत्यों से तंग आकर दामाद शंकर गिरी ने कुल्हाड़ी से सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को बरामद कर लिया है। हालांकि आरोपी दामाद ने पुलिस को चकमा देने का खूब प्रयास किया। लेकिन पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में नाकाम रहा। आखिरकार पुलिस ने लक्ष्मी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।
एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने नगर कोतवाली में लक्ष्मी हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि 20 जनवरी 2018 की सुबह नगर कोतवाली क्षेत्र की ब्रहमपुरी कॉलोनी निवासी लक्ष्मी उर्फ गुड्डी पत्नी डालचंद की अज्ञात व्यक्ति ने धारदार वस्तु से प्रहार कर हत्या कर दी थी। मृतका लक्ष्मी की बेटी अन्नु गिरी पत्नी शंकर गिरी निवासी ब्रहमपुरी कालोपी की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने विवेचना शुरू कर दी। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। पुलिस का पता चला कि मृत लक्ष्मी अनैतिक कार्यो में संलिप्त थी। लक्ष्मी के घर पर लोगों का आना जाना लगा रहता था। पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस ने मृतका के मोबाइल की बारीकी से पड़ताल की गई और लक्ष्मी की बेटी और दामाद से पूछताछ की गई। दामाद शंकर गिरी के बयानों में विरोधाभास नजर आया। जिसके बाद शंकर पर नजर रखी जाने लगी और उसे रडार पर ले लिया। जब शंकर से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपनी सांस की हत्या करना कबूल कर लिया। आरोपी शंकर ने बताया कि उसने अपनी सांस को कई बार समझाया कि वह गल काम छोड़ दे। लक्ष्मी के कारण उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा खराब हो रही थी। इसी के चलते उसने लक्ष्मी की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी शंकर को गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण कोश्यारी, उप निरीक्षक विक्रम सिंह धामी, एसओजी प्रभारी राजीव चौहान, एसओजी ओमकांत भूषण,अमित भट्ट,शूरवीर, दीवान और धर्मेंद्र कुमार शामिल रहे।
लूट का रंग देने का प्रयास
शंकर ने हत्या को लूट का रंग देने का प्रयास किया। हत्या करने के बाद शंकर ने लक्ष्मी के सामान को तितर बितर कर दिया। जिससे पुलिस इस घटना को लूट का प्रयास समझे। लेकिन आरोपी शंकर पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में नाकाम रहा।
शंकर ने पत्नी को भी दिया धोखा
आरोपी शंकर और उसकी बेटी अन्नु हत्या की रात्रि में लक्ष्मी के साथ ही खाना खाया। रात्रि करीब 12 बजे शंकर और अन्नु अपने घर चले गए। जब अन्नु को गहरी नींद आ गई तो शंकर एक बार फिर अपनी सास लक्ष्मी के पास आया। दामाद को देखकर लक्ष्मी ने दरवाजा खोल दिया। जिसके बाद शंकर ने हत्याकांड को अंजाम दिया। हालांकि शंकर ने इस बात की भनक अन्नु को नहीं लगने दी। जब शंकर हत्या करने के बाद घर पहुंचा तो अन्नु सो रही थी।
पुलिस के सामने रहा कातिल शंकर
लक्ष्मी की हत्या के बाद अन्नु और शंकर मौके पर पहुंचे थे। कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने के दौरान भी कातिल पुलिस के सामने ही बैठा था। कातिल को पुलिस पहचान नहीं पाई। कातिल बेहद शातिर था। लेकिन शंकर पुलिस को ज्यादा देर तक अंधेरे में नही रख सका।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *