हरिद्वार प्रेस क्लब को संगठित करने की मुहिम में डॉ शिव शंकर जायसवाल को समर्थन





योगेश शर्मा
हरिद्वार प्रेस क्लब सक्रिय पत्रकारों का एक मजबूत संगठन है। प्रेस क्लब में मौजूदा सदस्य बेहद ही सक्रिय पत्रकार है। तमाम नामी अखबारों, निजी टीवी चैनल और साप्ताहिक अखबारों में कार्यरत पत्रकार प्रेस क्लब के सदस्य है। इन सदस्यों के बीच से प्रत्येक वर्ष अध्यक्ष और महामंत्री का चुनाव होता है। प्रेस क्लब से जुड़े पत्रकारों की यूनियन के चंद पदाधिकारी ​ही अध्यक्ष और महामंत्री बनकर काबिज रहते है। लेकिन उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने प्रेस क्लब की व्यक्तिगत सदस्यता लेने की मुहिम के भविष्य में सार्थक परिणाम दिखाई देने के आसार है। इसके अलावा प्रेस क्लब से जुड़ी यूनियनों के वर्चस्च को भी झटका लगने का अंदेशा है। हालांकि यह एक स्वस्थ परंपरा की शुरूआत है।
विद्धान, बुद्धिजीवी पत्रकारों के संगठनों के तिलिस्म को तोड़ना इतना आसान नही है। संगठनों के गठजोड़ से प्रेस क्लब से जुड़े पत्रकारों के हित प्रभावित होते रहे है। संगठनों के गठजोड़ से बने प्रेस क्लब के अध्यक्ष और महामंत्री को कई बार तो संगठनों के दबाब में निर्णय लेने पड़े है। अगर अध्यक्ष और महामंत्री ने विरोध करने की कोशिश की तो संगठन की ओर से विरोध का सामना करना पड़ा। ऐसे तमाम मामलों के कड़वे अनुभवों से गुजरने के बाद प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष और संविधान विशेषज्ञ डॉ शिव शंकर जाययवाल जी की व्यक्तिगत सदस्यता लेने की पहल रंग जरूर लायेगी। उनका मत है कि पत्रकारों की यूनियन प्रेस क्लब से बाहर तो ठीक है। प्रेस क्लब प्रांगण में सभी पत्रकार सिर्फ प्रेस क्लब के सदस्य है। यहां ​यूनियन की आंतरिक दखल प्रेस क्लब को कमजोर करती है। जिसके चलते वैमस्य बढ़ता है। प्रेस क्लब के पत्रकारों का हित सर्वोपरि रखना है तो संगठनों की दखल को प्रेस क्लब से बाहर रखना जरूरी है।
पत्रकारों का संगठित होना बेहद जरूरी है। यह तभी संभव होगा जब प्रेस क्लब में सभी पत्रकार एकजुट होंगे और व्यक्तिगत सदस्य होंगे। कुछ ऐसा ही मत प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष और संस्थापक सदस्य गोपाल रावत जी का भी है। उनका कहना कि प्रेस क्लब पत्रकारों का एक परिवार है। लेकिन यूनियन की दखल परिवार की व्यवस्था को कमजोर करती है। ऐसे में व्यक्तिगत सदस्यता लेना प्रेस क्लब और पत्रकारों के हित में है। प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष दीपक नौटियाल जी ने कहा कि प्रेस क्लब में यूनियनों की दखल न्यायोचित नही है। यूनियन के पदाधिकारियों का दबाब प्रेस क्लब की आंतरिक व्यवस्था को कमजोर करता है।
प्रेस क्लब के इसी हित को सर्वोपरि रखते हुए उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन नए मनोनीत अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार सरदार रघुवीर सिंह और महासचिव नवीन चौहान ने भी व्यक्तिगत सदस्यता अभियान को प्रेस क्लब और पत्रकारों के हित में बताया है। वरिष्ठ पत्रकार श्रवण झा, रूपेश वालिया, मनोज सोही, मेहताब आलम, सूर्यकांत बेलवाल, अनिल भास्कर, केके पालीवाल, जितेन्द्र चौरसिया, मनोज रावत सरीखे विद्धान पत्रकारों ने भी व्यक्तिगत सदस्यता अभियान की वकालत की और पत्रकारों के हित में उचित व सराहनीय कदम बताया है।



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