नवीन चौहान.
त्रिवेंद्र सिंह रावत वो नाम है, जो उत्तराखंड राज्य के गठन से सक्रिय राजनीति में है। ऐसी शख्सियत पर पार्टी ने अपना भरोसा जताया है। पार्टी ने उन्हें इस बार हरिद्वार सीट से लोकसभा का प्रत्याशी घोषित किया है। जानकारों की मानें तो पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की साफ छवि और कर्मठ कार्यकर्ता होना और सभी दावेदारों पर भारी पड़ा है।
वरिष्ठ पत्रकार ललितेंद्र नाथ बताते हैं कि हरिद्वार लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भाजपा के एक मजबूत प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने में सक्षम हैं। उनका राजनैतिक कद अन्य दावेदारों की तुलना में काफी बड़ा है। इसके अलावा उनकी साफ छवि है। हरिद्वार की समस्याओं को संसद में उठाने और ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करने में उनकी दूरदर्शी सोच बहुत कारगर साबित होगी। हरिद्वार सीट पर मुस्लिम आबादी भी काफी है लेकिन उनकी अटल आयुष्मान योजना का लाभ भी सबसे ज्यादा मुस्लिमों को ही मिला है। ऐसे में वह मजबूत दावेदार हैं। ललितेंद्र नाथ का कहना है कि वैसे तो चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही होगा लेकिन हरिद्वार सीट पर ईमानदार प्रत्याशी का नाम जीत के अंतर को बढ़ाने में भाजपा के लिए मुफीद होगा।
त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में कृषि विपणन केंद्र, गन्ना किसान, मत्स्य पालन, डेरी एवम पशु पालन आदि की अनेकों योजनाओं को धरातल पर उतारा गया, इन सबका श्रेय त्रिवेंद्र सिंह रावत को ही जाता है। शून्य प्रतिशत ब्याज वाला कृषि सहकारिता ऋण, अटल आयुष्मान योजना आदि का लाभ बड़ी संख्या में हरिद्वार लोकसभा वासियों ने लिया है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री हेल्प लाइन 1905 से लोगों की छोटी बड़ी समस्याओं का समाधान हो रहा है, ये हेल्प लाइन लाने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत ही हैं। हरिद्वार को कुंभ मेले के दौरान भव्य और सुव्यवस्थित करने के लिए अनेकों स्थायी कार्य, फ्लाई ओवर, रिंग रोड आदि कार्य त्रिवेंद्र सिंह रावत की दूरदर्शिता के ही परिणाम हैं।