नवीन चौहान
हरिद्वार वन प्रभाग की रसियाबड़ रेंज में पहली बार एक टस्कर हाथी को सेटेलाइट आधारित रेडियो कॉलर लगाया गया। टस्कर को यह रेडियो कालर लगाने के लिए ट्रेंकुलाइज करने में करीब आधा घंटा लगा। टस्कर के बेहोश होने के बाद उसे रेडियो कॉलर लगाया गया। करीब दो घंटे बाद टस्कर होश में आया और जंगल की ओर चला गया।
दस हाथियों को लगेंगे रेडियो कॉलर
बताया जा रहा है कि अभी रसियाबड रेंज के नौ और हाथियों में यह सेटेलाइट आधारित रेडिया कॉलर लगाया जाएगा। जानकारी के अनुसार हरिद्वार वन प्रभाग की ओर से महाकुंभ के आयोजन को देखते हुए और मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए रेडिया कॉलर लगाने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत रेंज के दस जंगली हाथियों को रेडियो कॉलर लगाये जाएंगे।
दसोवाला रेंज में लगाया पहला रेडियो कॉलर
गुरूवार को भारतीय वन्यजीव संस्थान और हरिद्वार वन प्रभाग की टीम ने रसियाबड़ रेंज के दसोवाला क्षेत्र में एक टस्कर को रेडियो कॉलर लगाया। हरिद्वार वन प्रभाग के डीएफओ नीरज शर्मा ने बताया कि रेडियो कॉलर लगने के बाद हाथियों को आबादी वाले क्षेत्रों में आने से रोका जा सकेगा।
एक-एक घंटे बाद मिलेगी लोकेशन
टस्कर को लगाए गए रेडियो कॉलर की मदद से उसकी लोकेशन हर एक घंटे में हरिद्वार वन प्रभाग को सेटेलाइट के माध्यम से मिलती रहेगी। जैसे ही उसके आबादी की ओर बढ़ने की लोकेशन मिलेगी उसे लोकेशन के आधार पर आबादी में आने से रोका जाएगा।