नवीन चौहान
जिलाधिकारी सी रविशंकर और सीएमओ डॉ सरोज नैथानी ने आपदा की घड़ी में कर्तव्यनिष्ठा से अपने फर्ज को अंजाम दिया। जिलाधिकारी ने सुनियोजित तरीके से प्लानिंग करके हरिद्वारवासियों को कोरोना संक्रमण से बचाकर रखने में महती भूमिका अदा की। वही सीएमओ ने जनपद की चिकित्सा व्यवस्था को दुरस्त बनाकर रखा। कोरोना संक्रमित मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज कराया और चिकित्सा प्रशासन की टीम का मनोबल बढ़ाकर रखने का कार्य किया। हरिद्वार चिकित्सकों की संकल्प शक्ति के चलते पांच कोरोना पॉजीटिव मरीज ठीक होकर अपने घर पहुंच चुके है। जबकि दो मरीजों के जल्द ठीक होने की संभावना है। जिलाधिकारी की सूझबूझ और त्वरित निर्णय के चलते हरिद्वार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कोई इजाफा नही हुआ। हरिद्वारवासियों के लिए दोनों ही अफसरों ने देवदूत बनकर कार्य किया। यही कारण है कि फिलहाल हरिद्वार आरेंज जोन में शामिल है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने मिश्रित आबादी वाले हरिद्वार जनपद की भौगोलिक परिस्थिति को ठीक से समझा भी नही था कि कोरोना संक्रमण की महामारी की चुनौती मिल गई। पूरे विश्व में फैले कोरोना संक्रमण के वायरस ने हरिद्वार में भी दस्तक दी। इस संक्रमण से हरिद्वार की जनता को सुरक्षित बचाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी जिलाधिकारी सी रविशंकर को मिली। केंद्र सरकार ने लॉक डाउन के मार्ग पर चलकर सोशल डिस्टेंसिंग का फार्मूला निकाला। हरिद्वार की जनता को घरों में रहकर सामाजिक दूरी बनाने का अनुपालन कराने के लिए जिलाधिकारी सी रविशंकर ने पुलिस प्रशासन की मदद से इस कार्य को बखूवी अंजाम दिया। डीएम सी रविशंकर ने सहायता केंद्रों की स्थापना कराई। एकाएक लॉक डाउन होने के बाद जनता की तमाम समस्याओं को दूर करने के लिए 24 घंटे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग करके सभी व्यवस्थाओं को बनाने में पूरी ताकत झोंक दी। इस आपदा की घड़ी में जनता को सुरक्षित बचाने और गरीबों को भोजन,राशन पहुंचाने, चिकित्सा व्यवस्था दुरस्त कराने में जुटे जिलाधिकारी सी रविशंकर को जनप्रतिनिधियों के फोन ना उठाने की समस्या का सामना भी करना पड़ा। लेकिन कुशल प्रशासनिक अफसर के तौर पर अपने फर्ज पर डटे जिलाधिकारी सी रविशंकर ने किसी शिकायत की कोई परवाह नही। डीएम ने मीडिया के सुझावों को संजीदगी से लिया और अधिकारियों को निर्देश देकर जनता की समस्याओं का निस्तारण कराते रहे। तब्लीकी जमात के लोगों को डीएम सी रविशंकर ने पूरी सूझबूझ के साथ काबू किया और क्वारंटाइन कराया। कुल मिलाकर कहा जाए तो जिलाधिकारी सी रविशंकर और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सरोज नैथानी ने अपने फर्ज को पूरी ईमानदारी से निभाया। आखिरकार हरिद्वार जनपद कोरोना मुक्त होने से दो कदम पीछे है। संभावना है कि जल्द हरिद्वार कोरोना मुक्त होगा।