कुलपति ने की आनलाईन वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए प्राचार्यों के साथ बैठक




संजीव शर्मा
कोरोना वायरस के कारण किये गये लाॅकडाऊन से उत्पन्न हुयी परिस्थितियों के दृष्टिगत चौधरी चरण सिंह विवि के कुलपति प्रोफेसर एनके तनेजा की अध्यक्षता में वीडियों कान्फ्रेंस के माध्यम से विश्वविद्यालय से सम्बद्ध समस्त राजकीय एवं अनुदानित महाविद्यालयों के प्राचार्यो, प्रतिकुलपति, कुलानुशासक, कुलसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक की एक बैठक आहूत की गयी।
बैठक में कुलपति द्वारा विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्यो द्वारा आनलाईन कक्षाओं के संचालन के विषय में प्रगति जानने पर कुलपति जी को अवगत कराया गया कि सभी महाविद्यालयों में शिक्षकों द्वारा आनलाईन कक्षाऐं पिछले दो सप्ताह से लगातार संचालित करने के साथ-साथ छात्र/छात्राओं को जूम एैप, स्काईप आदि पर आनलाईन लैक्चर, ई-मेल, व्हाट्स एप, एवं वेबसाईट के माध्यम से अध्ययन सामग्री उपलध्य करायी जा रही है। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि भविष्य में भी राज्य सरकार, उत्तर प्रदेश शासन, माननीय कुलाधिपति महोदया एवं कुलपति महोदय द्वारा दिये गये निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन किया जायेगा।

मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये योगदान के बारे में जाना
कुलपति द्वारा उच्च शिक्षा अधिकारी से समस्त सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों द्वारा अपने मासिक वेतन से स्वेच्छिक कटौती कर मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये गये योगदान के विषय में जानकारी प्राप्त की गयी तथा महाविद्यालय के प्राचार्यो को अपने महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री/प्रधानमंत्री राहत कोष में अधिक से अधिक योगदान करने के लिये प्रेरित किया। कुलपति महोदय द्वारा कोविड-19 के कारण प्रभावित/अर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को मदद करने हेतु महाविद्यालय के शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं छात्र/छात्राओं को जागृत करने हेतु अनुरोध किया गया।

प्रतिदिन चैक करे ईमेल और व्हाटसएप
कुलपति महोदय ने महाविद्यालयों के सभी प्राचार्यो से अनुरोध किया कि अपने महाविद्यालय के शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य में अनिवार्य रूप से सम्मिलित होने को कहा गया साथ ही सभी समस्त प्राचार्यो को यह भी निर्देशित किया कि अपनी ई-मेल एवं व्हाट्स एप प्रतिदिन चैक करें जिससे विश्वविद्यालय द्वारा दिये गये निर्देशों का समय पालन किया जा सके, भविष्य में ई-मेल, व्हाट्स एप एवं वेबसाईट को ही महाविद्यालय से पत्राचार हेतु प्रयोग किया जायेगा।



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