तीन फीट की दीवार के नीचे दबकर मर गया मजदूर तो इमारतों के नीचे क्या हाल होगा
नवीन चौहान
हरिद्वार। नाले निर्माण में दीवार गिरने के मामले में विभाग की लापरवाही सामने आई है। मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए थे और बिना जांच परख के आगे भी काम जारी करा दिया है। ऐसे में काम करने वाले मजदूरों की चिंता बढ़ी हुई है। हालांकि विभागीय अधिकारी मजदूरों का इंश्योरेंस होने की बात बता रहे हैं।
शहर में बड़े स्तर पर जलभराव होता हैं, इसके लिए शहर में कई स्थानों पर नाले बनवाएं जा रहे हैं। रानीपुर से गंगनहर प्रेमनगर पुल तक सड़क के दोनों तरफ नाला बनाया जा रहा है। इस नाले के लिए की गई खुदाई से तीन फीट की दीवार गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई, लेकिन अभी तो नाला निर्माण के लिए खुदाई के लिए कई बिल्डिंग चुनौती सामने हैं। लेकिन इस मामले में अमृत विभाग के साथ ठेकेदार की लापरवाही सामने आई है। मकान की बाउंड्री वाल पुराने नाले की दीवार पर बनी हुई थी, नीचे खुदाई करने से नाले की दीवार तो निकाल दी, लेकिन उपर की दीवार को नहीं हटाया। ऐसे में काम कर रहे मजदूर के उपर दीवार गिर गई और हायर सेंटर ले जाते हुए उसकी मौत हो गई। अब विभाग मजदूर के परिवार की भी मद्द करने को तैयार नहीं है। अधिकारियों ने तो यहा तक कह दिया है कि इसमें ठेकेदार की लापरवाही जैसी कोई बात नहीं है। अमृत योजना विभाग के अधीशासी अभियंता संजय सिंह का कहना है कि निर्माण कर रही कंपनी ने मजदूरों का इंश्योरेंस किया हैं, उसकी आयु और आश्रितों के हिसाब से बीमित धनराशि मिल जाएगी।
ये है मामला
शहर में अमृत योजना के तहत नालों का निर्माण किया जा रहा है। बुधवार की शाम को प्रेमनगर आश्रम के पास जेसीबी से नाला निर्माण का कार्य किया जा रहा था। इसी दौरान नाले में पड़ी मिट्टी को समतल करने के लिए दो मजदूर नाले में पहुंचे तो अचानक एक पुराने मकान की बाउंड्री वाल उनके ऊपर गिर गई। हादसे में दीपक (20) पुत्र सीताराम निवासी बिशनपुर थाना पथरी और प्रवीण घायल हो गए। घायलों को तत्काल पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से दीपक ने दम तोड़ दिया।