काजल राजपूत की रिपोर्ट.
उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की ताकत कार्यकर्ता है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाला हुआ है। प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होने के बाद तमाम भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का झंडा लेकर चुनाव मैदान में है।
अगर हरिद्वार लोकसभा सीट की बात करें तो भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत के चुनाव प्रचार में कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर पर कुशल रणनीति बनाई है। चुनाव परिणामों को अनुकूल बनाने के लिए लोकसभा चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी मोर्चा संभाले हुए है। जबकि सभी 14 विधानसभाओं में संयोजक और सहसंयोजक के साथ कार्यकर्ताओं की फौज मैदान में डटी हुई है। लोकसभा चुनाव प्रभारी विधानसभाओं में प्रतिदिन के चुनाव कार्यो की रिपोर्ट तैयार करके संगठन महामंत्री को भेज रहे है।
भाजपा के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान भाजपा को बूथ स्तर पर सांगठनिक रूप से आंतरिक मजबूती प्रदान की थी। अमित शाह की रणनीति और चुनावी प्रबंधन पर ही पार्टी ने देश के तमाम राज्यों के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की। भाजपा को मिली जीत ने उनके संगठन को मजबूती प्रदान करने और बूथ स्तर से लेकर पन्ना प्रमुख तक के रास्ते खोल दिए।
राजनैतिक दलों की बात करें तो अन्य राजनैतिक दलों की तुलना में भाजपा ने ही पहली बार नेता से ज्यादा कार्यकर्ताओं का सम्मान किया। कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह का संचार हुआ तो उन्होंने भी कार्यकर्ता बनने में गौरव महसूस किया। यही कारण है कि भाजपा के तमाम कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव में संगठन के प्रति अपनी आस्था और विश्वास के साथ पूरी ताकत झोंक रहे है। घर-घर जाकर चुनाव प्रचार कर रहे है। अमित शाह की बनाई इस रणनीति का तोड़ दूसरे अन्य राजनैतिक दलों के पास दिखाई नही पड़ता है।