देहरादून. आरएसएस के प्रचारक रहे त्रिवेंद्र रावत ने शनिवार को उत्तराखंड के 9th सीएम के रूप में शपथ ली। रावत झारखंड बीजेपी के इंचार्ज भी रहे हैं। नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत कई सीनियर लीडर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। कैबिनेट मंत्रियों के तौर पर सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, प्रकाश पंत और मदन कौशिक ने शपथ ली। यशपाल आर्य, अरविंद पांडे और सुबोध उनियाल ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। रेखा आर्य और धन सिंह रावत को राज्य मंत्री बनाया गया।
अमित शाह के करीबी हैं रावत
बीजेपी के नेशनल सेक्रेटरी और जर्नलिस्ट रह चुके रावत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के करीबी हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी इन्होंने शाह के साथ काफी काम किया था। संघ की प्रदेश इकाई ने भी रावत के नाम पर मुहर लगाई थी। 2014 में झारखंड का इंचार्ज बनने के बाद इनके नेतृत्व में राज्य में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। त्रिवेंद्र रावत डोईवाला से जीतकर तीसरी बार विधायक बने हैं। रावत का आरएसएस का बैकग्राउंड हैं। 2002 में पहली बार विधायक बने थे। 2007 में भी विधायक रह चुके हैं। राज्य के कृषि मंत्री भी रहे हैं। मोदी और अमित शाह दोनों के ही करीबी हैं। बीजेपी के नेशनल सेक्रेटरी, यूपी के डिप्टी इंचार्ज और झारखंड के इंचार्ज रहे हैं। रावत पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लॉक के खैरासैण गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता प्रताप सिंह रावत सेना की रुड़की कोर में रह चुके हैं। लिहाजा उनका सेना से खासा लगाव है। उन्होंने कई शहीद सैनिकों की बेटियों को गोद ले रखा है। त्रिवेंद्र की पत्नी सुनीता स्कूल टीचर हैं। इनकी 2 बेटियां हैं। ये 9 भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। इन्होंने श्रीनगर यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में एमए किया था।