नवीन चौहान.
जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव ने चिंता में डाल दिया है। लगातार बढ़ रहे भू धंसाव से एक बड़ी आबादी संकट में आ गई है। एसडीसी फाउंडेशन ने इस संबंध में अपनी तीसरी रिपोर्ट जारी की है, जिसमें करीब 500 घरों को रहने लायक नहीं बताया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एसडीसी फाउंडेशन ने उत्तराखंड में आने वाली प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं पर अपनी तीसरी रिपोर्ट जारी की है। उत्तराखंड डिजास्टर एंड एक्सीडेंट सिनोप्सिस (उदास) की रिपोर्ट के अनुसार, जोशीमठ में 500 घर रहने के लायक नहीं हैं।
जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में जोशीमठ में लगातार हो रहे भूधंसाव को लेकर चिंता जताई गई है। रिपोर्ट में भूधंसाव के कारण को भी उल्लेख किया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार जोशीमठ में भू-धंसाव का कारण बेतरतीब निर्माण, पानी का रिसाव, ऊपरी मिट्टी का कटाव और मानव जनित कारणों से जल धाराओं के प्राकृतिक प्रवाह में रुकावट है।
वहीं इस मामले में प्रशासन ने ऐतिहात के तौर पर कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। खतरे की जद में आए कुछ परिवारों को उनके घर खाली कराकर दूसरी जगह शरण दी है। जल्द ही यहां एक विशेषज्ञों की टीम भेजी जा रही है, जो यहीं पर रहकर भूधंसाव के कारण और उसके बचाव के लिए किये जाने वाले उपाय पर मंथन करेगी।