नवीन चौहान.
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों को डेढ़ डेढ़ लाख रूपये का मुआवजा दिया जाएगा। यह राशि अंतरिम सहायत के रूप में प्रत्येक परिवार को मिलेगी। इसके अलावा अभी केवल दो होटल को ही डिसमेंटल किया जाएगा। फिलहाल अन्य मकानों को अभी नहीं ढहाया जाएगा। इस संबंध में प्रशासन के साथ बैठक का दौर जारी है।
वहीं दूसरी ओर सचिव मुख्यमंत्री मीनाक्षी सुंदरम ने बैठक में कहा कि व्यापारी पूरा भरोसा रखें, पूरा प्रदेश है और सबको देखना है। उन्होंने कहा कि मार्केट रेट से अधिक मुआवजा नहीं दिया जाएगा। व्यापारियों और स्थानीय लोगों के साथ प्रशासन की बैठक जारी है। मुआवजे को लेकर तकरार चल रही है।
वहीं दूसरी ओर जोशीमठ भू-धंसाव और वहां अभी तक के हालात की कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने समीक्षा की। राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनएमसी) की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने राहत एवं बचाव के लिए चल रहे कार्यों का ब्योरा लिया। उन्होंने प्रभावित जगहों से लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने कहा कि आपदा अधिनियम के तहत जान-माल की सुरक्षा को देखते हुए होटलों को तत्काल ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया है। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो आसपास के आवासीय भवनों और हाईवे को क्षति पहुंच सकती है। साथ ही बिजली और पेयजल की लाइनों को भी नुकसान पहुंच सकता है।