कुंभ में करीब 12 हजार अस्थायी शौचालय और सफाई चाक चौबंद, संतों में खुशी, देंखे वीडियो





नवीन चौहान हरिद्वार कुंभ पर्व 2021 में संतों और श्रद्धालुओं की व्यवस्था के लिए करीब 12 हजार से अधिक अस्थायी शौचालयों का ​ मेला क्षेत्र में अलग—अलग स्थानों पर लगाया गया। इन शौचालय की नियमित साफ सफाई के लिए सैंकड़ों सफाईकर्मियों को लगाया गया। जिसके चलते कुंभ पर्व में शौचालय की व्यवस्थाओं को दुरस्त किया जा सका। एक बेहद ही वृहद स्तर के आयोजन को लेकर राज्य सरकार और मेला प्रशासन की ओर से तमाम तैयारियों पूरी की गई थी। जब संत समाज से मेला प्रशासन की व्यवस्थाओं की जानकारी की तो उन्होंने बेहद खुशी जाहिर की है। मेला प्रशासन की ओर से दिव्य और भव्य कुंभ के आयोजन को लेकर की गई तैयारियों पर संतों की संतुष्टि की मोहर अपने आप में अदभुत है।


मेलाधिकारी दीपक रावत के मार्गदर्शन में आयोजित कुंभ पर्व में तमाम व्यवस्थाए चाक चौबंद की गई थी। लेकिन कोरोना संक्रमण ने कुंभ में श्रद्धालुओं की रफ्तार में ब्रेक लगा दिया। हालांकि मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की व्यवस्था के दृष्टिगत सभी तैयारियां पूरी की गई है।
कुंभ पर्व 2021 के भव्य आयोजन को लेकर मेलाधिकारी दीपक रावत ने अपनी दूरदर्शिता से सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया। कुंभ पर्व में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए करीब 12 हजार से अधिक अस्थायी शौचालय की व्यवस्था बनाई गई। इन शौचालय की सफाई करने का कार्य भूटानी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया गया। कंपनी मैनेजर संजीव कुमार ने दिन रात इन शौचालय की कुंभ मेला क्षेत्र में स्थापना की और समुचित सफाई व्यवस्था कराई। उप मेलाधिकारी अंशुल सिंह ने लगातार कुंभ मेला क्षेत्र का भ्रमण किया और शौचालय और सफाई व्यवस्था को लेकर आवश्यक निर्देश जारी किए। सफाई कर्मियों के कार्यो की मानीटरिंग की गई। शौचालय में पानी और मल निकाली की व्यवस्था दुरूस्त बनाई गई। कुंभ पर्व के आयोजन और व्यवस्थाओं से संत समाज बेहद खुश है। इसी संबंध में जब निर्मोही अणी अखाड़े के श्रीमहंत विद्यादास महाराज से बात की तो उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार व मेला प्रशासन ने कुंभ मेले के लिए उचित प्रबंध किए है। साफ-सफाई की व्यवस्था दुरूस्त है। इतना ही नहीं अस्थायी शौचालय बनाकर मेला क्षेत्र को गंदगी मुक्त रखने का कार्य भी किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते भी इस प्रकार की व्यवस्थाओं के लिए मेला प्रशासन व सरकार साधुवाद की पात्र है। उन्होंने कहा कि यदि कोरोना महामारी का प्रकोप न होता तो कुंभ विशेष रूप से इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाता। उन्होंने कहाकि 27 अप्रैल का स्नान करने के बाद बैरागी संत अपने गंतव्यों की ओर कूच कर जाएंगे। उन्होंने बुधवार को होने वाली श्री रामनवमी पर्व की सभी को बधाई देते हुए विश्व से कोरोना महामारी की समाप्ति की भगवान श्री राम से कामना की।



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