हरिद्वार के लिए काला गुरुवार, ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या हुई चार




नवीन चौहान
हरिद्वार के गुरुवार काला दिन साबित हुआ। ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या चार है। हालां​कि मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। दुर्घटना की सूचना पर पुलिस व रेलवे प्रशासन के तमाम अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं। इस घटना से समूचा हरिद्वार शोकाकुल है।
दुर्घटना गुरुवार की शाम करीब पौने सात बजे हुई। सूचना मिलते ही पुलिस और रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी तत्काल पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जिसके बाद तमाम अधिकारियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। घटना स्थल पर भारी भीड़ जुटी हुई है। अंधेरा होने के चलते हुए शवों की शिनाख्त होना परेशानी का सबब बना हुआ है। फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में ले लिया है।
बता दें कि हरिद्वार लक्सर के बीच में डबल लेन के लिए रेल पटरी बिछाई गई है। कई दिनों से रेलवे के डबल लेन निर्माण और अन्य कार्यों के चलते हुए ट्रेनों का संचालन सात जनवरी तक के लिए बंद किया गया था। जिस पर बृहस्पतिवार की शाम को ट्रेन का ट्रायल चल रहा था। ट्रेन हरिद्वार से रेलवे स्टेशन से वापस लक्सर की ओर जा रही थी। इसी दौरान जमालपुर कलां में ट्रेन की चपेट में आने से चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।

ट्रेन हादसा के दौरान पुलिस अधिकारियों से जानकारी लेते हुए विधायक स्वामी यतीश्वरानंद

ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने रेल से कटकर चार लोगों के मरने की पुष्टि की है। विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने घटना की निंदा करते हुए हादसे के लिए रेलवे प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा के जिलामंत्री आशु चौधरी भी मौके पर पहुंचे।



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