हरिद्वार। भाजपा के विश्व का सबसे मजबूत संगठन बनने के पीछे की वजह उसके वफादार और कर्मठ कार्यकर्ता हैं। यहां प्रत्याशी का चेहरा कोई मायने नहीं रखता, कमल के फूल का प्रचार होता है। ऐसा ही नजारा हरिद्वार भाजपा के जिला कार्यालय पर देखने को मिला। जब भाजपा के हरिद्वार जिला अध्यक्ष संदीप गोयल अपने महामंत्री आशुतोष शर्मा और आशु चौधरी के साथ जिला पदाधिकारियों की बैठक ले रहे थे। बैठक में सिर्फ कमल के फूल को वोट दिलाने का संकल्प किया जा रहा था।
जिला पदाधिकारियों में उत्साह भी था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 400 मिशन के लक्ष्य को पूरा करने की चुनौती भी थी। संगठन की यह बैठक तब हो रही थी जबकि हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत पौड़ी लोकसभा के प्रत्याशी अनिल बलूनी का चुनाव प्रचार करने के लिए कोटद्वार में गए हुए है। हरिद्वार के प्रत्याशी कोटद्वार में पौड़ी लोकसभा प्रत्याशी अनिल बलूनी की जीत सुनिश्चित करने के लिए जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। वहां पर अनिल बलूनी को भारी बहुमत से जीत दर्ज कराने की अपील कर रहे है। वहीं दूसरी और हरिद्वार में त्रिवेंद्र सिंह रावत की जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा के जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, जिला महामंत्री आशुतोष शर्मा और आशु चौधरी जिला पदाधिकारियों में जोश और उत्साह का संचार करते चुनावी रणनीतियां बना रहे है।
बताते चले कि हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक हो या हरिद्वार ग्रामीण के पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद या लक्सर के पूर्व विधायक संजय गुप्ता। राजनीति के तीनों महारथी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत कार्यकर्ता हैं जो भाजपा संगठन को मजबूत करने के लिए कार्य कर रहे हैं। त्रिवेंद्र सिंह रावत के रोड़ शो के दौरान स्वामी यतीश्वरानंद फूल माला लेकर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कई घंटों तक अपने समर्थकों के साथ सड़क पर खड़े रहकर इंतजार किया। भले ही स्वामी जी के मन में लोकसभा का टिकट नहीं मिलने को लेकर हताशा हो लेकिन संगठन के प्रति समर्पण और निष्ठा ने उनको प्रत्याशी के सम्मान करने के लिए सड़क पर खड़े रहने के लिए प्रेरित किया।
जबकि निशंक जी के दिल्ली आवास पर त्रिवेंद्र सिंह रावत की मुलाकात हुई। जहां डॉ निशंक ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया और जीतने के लिए शुभकामनाएं दी। यह मुलाकात ही भाजपा संगठन की मजबूती का आधार है। बात संजय गुप्ता की करें तो वह भी लोकसभा टिकट के दावेदार थे। लेकिन भाजपा के केंद्रीय संगठन के निर्णय का संजय गुप्ता ने भी स्वागत किया और त्रिवेंद्र सिंह रावत को टिकट मिलने के बाद उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत का कोई विरोध नहीं किया और ना ही कोई पार्टी विरोधी बयान दिया। संजय गुप्ता खुद कमल के फूल को पकड़कर पीएम मोदी का स्वागत करेंंगे। तो फिर इन तीनों नेताओं की दूरियों और नाराजगी की खबरें सोशल मीडिया की खुरापात और लोगों का मनोरंजन बनकर रह गई है। हकीकत में इन तीनों राजनीति के धुरंधरों समेत संगठन का हर कार्यकर्ता प्रत्याशी की जीत के लिए दिनरात मेहनत कर रहा है।