शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़ कर महिलाऐं समाज को सशक्त बनाकर जगा रहीं बदलाव की बयार: श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी




नवीन चौहान.
हरिद्वार। एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के तहत आयोजित कार्यक्रम में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज की अध्यक्षता में एक महिला सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री विमल उपाध्याय चेयरमैन गुजरात एजूकेशन एंड इकानामिक्स बोर्ड रहे।

कार्यक्रम में मुख्य अनुशासन अधिकारी डाॅ. सरस्वती पाठक, डाॅ. नलनी जैन, डाॅ. सुषमा नयाल सहित समस्त महिला प्राध्यापकों सहित काॅलेज की छात्राओं मोनिका चौधरी, नेहा राठौर व वैशाली गुप्ता को श्री महन्त रविन्द्र पुरी विमल उपाध्याय, रोहित बाला व काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा द्वारा शाल एवं पुष्प गुच्छ भेट कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर काॅलेज की समस्त छात्राओं व शिक्षिकाओं को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामना देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व काॅलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने कहा कि शास्त्रों और ग्रन्थों में महिलाओं को पूज्यनीया माना गया है। ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु, तत्र रमन्ते देवताः, अर्थात जहाँ नारी की पूजा होती है, वहाँ देवता निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि बदलते समय के साथ नारी ने शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़कर स्वयं को सशक्त बनाकर प्रत्येक क्षेत्र में बदलाव की अलख जगाई है ।

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए विमल उपाध्याय, चेयरमेन-गुजरात एजुकेशनल एण्ड इकाॅनोमिकल बोर्ड ने कहा कि वर्तमान समाज में नारी को शिक्षा, सेना, राजनीति, प्रशासन, विज्ञान, खेलकूद प्रत्येक क्षेत्र में एक दर्जा प्राप्त है। उन्होंने कहा कि किसी समाज की उन्नति उस समाज की महिलाओं की उन्नति से मापी जा सकती है। नारी हमारे समाज की जननी है जिसके बिना समाज अपंग है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार से निवेदन है कि वो महिलाओं के सशक्तिकरण के गुजरात माॅडल को उत्तराखण्ड में भी लागू करे।

इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान में महिलाओं के प्रति लोगों की सोच में बदलाव आया है। आज प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियाँ गिनायी जा सकती हैं। डाॅ. बत्रा ने कहा कि ‘अगर तुम करते हो नारी का सम्मान, तो खुद पर करो हक से अभिमान’। महिला समाज को सभ्य बनाने से लेकर देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निवर्हन कर रही हैं। आज महिला ने स्वयं को प्रत्येक क्षेत्र में साबित किया है, इसी उत्साह और जज्बे को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रुप में सेलीब्रेट किया जाता है।

मुख्य अनुशासन अधिकारी डाॅ. सरस्वती पाठक , डॉ मोना शर्मा, डॉ लता शर्मा ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि नारी समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो स्वयं आगे बढ़कर शिक्षा के ना केवल नये आयाम स्थापित करती है, अपितु समाज को इसी श्रंखला में आगे बढ़ाने का कार्य भी करती है। उन्होंने इस सम्मान समारोह के लिए प्रबंधन की बहुत बहुत आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से रोहित बाला, रिचा मिनोचा, रिंकल गोयल, साक्षी अग्रवाल, कु. अन्तिमा त्यागी, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. रेनू सिंह, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. निविन्धया शर्मा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. पुनीता शर्मा, डाॅ. प्रज्ञा जोशी, प्रियंका प्रजापति, डाॅ. विनीता चौहान, कु. पूजा, कु. महिमा श्रीमती राधिका आदि शिक्षिकाओं व छात्रायें उपस्थित रहें।



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