नवीन चौहान
उत्तराखंड सरकार में केबिनेट मंत्री के एक कर्मचारी का पुत्र और उसी कॉलोनी की एक किशोरी रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता होने का सस्पेंस बरकरार है। क्षेत्र के लोग तरह—तरह की चर्चाएं कर रहे है। आखिरकार दोनों के लापता होने के पीछे कोई बड़ी साजिश है या फिर प्रेम प्रंसग या फिर इक्तेफाक। फिलहाल पुलिस युवक और किशोरी की सरगर्मी से तलाश कर रही है। युवक की अंतिम बार लोकेशन बहादराबाद मिली थी। जबकि किशोरी की अंतिम लोकेशन हरिद्वार बस स्टैंड मिली है। मामला कनखल क्षेत्र का है।
कनखल थाना कार्यवाहक थाना प्रभारी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि ई—3 संदेशनगर निवासी अखिलेश कुमार दीक्षित 35 पुत्र दया शंकर दीक्षित 4 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। पिता दया शंकर दीक्षित देहरादून के एक मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर है। जबकि लापता होने की वजह कर्ज बताया जा रहा है। अभिषेक विवाहित है और दो बच्चों का पिता है। जबकि वह मेडिकल सप्लाई का कार्य करता है। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करके अभिषेक की तलाश करनी शुरू कर दी। इसी दौरान 6 सितंबर को एक किशोरी के लापता होने की सूचना पुलिस को मिली। परिजनों ने लापता होने के पीछे की वजह अभिषेक दीक्षित को बताया। जिसके बाद पुलिस ने अपने सूत्रों से किशोरी और अभिषेक के बीच किसी संबंध होने की जानकारी जुटाई। पुलिस को कुछ अहम जानकारी हाथ लगी। लेकिन दोनों के लापता होने की वजह साफ नही हो पाई। कार्यवाहक थाना प्रभारी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि अभिषेक दीक्षित एकलौता बेटा के साथ संपन्न घराने से ताल्लुक रखता है। ऐसे में पांच छह लाख के कर्ज के कारण लापता होना कोई वजह प्रतीत नही हो रही। पुलिस तमाम पहलूओं का ध्यान में रखकर तफ्तीश कर रही है। पुलिस दोनों को सकुशल बरामद करने का पूरा प्रयास कर रही है।