कुलपति ध्यानी के निर्देशन में श्रीदेव विवि के इतिहास में पहली बार हुए दीपोत्सव कार्यक्रम




नवीन चौहान
श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति डा पीपी ध्यानी के निर्देशन में विश्वविद्यालय परिसर में दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2011 में राज्य सरकार द्वारा की गयी, किन्तु पहले कभी भी ऐसा कार्यक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित नहीं किया गया। विश्वविद्यालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा कुलपति की सराहना की।
दीपावली के शुभ अवसर पर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डा पीपी ध्यानी द्वारा विश्वविद्यालय के अधिकारियों एंव कर्मचारियों को दीपावली की अग्रिम शुभकामनांए देते हुए मिठाई और उपहार भी भेंट किए। कुलपति ने दीपावली के साथ साथ विश्वविद्यालय को कैसे उत्कृष्ट बनाया जाए इसके लिए भी विचार विमर्श किया। कुलपति द्वारा कई अहम निर्णय भी लिए। कुलपति द्वारा अवगत कराया गया कि अब विश्वविद्यालय में हर साल दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया जाएगा। डा ध्यानी ने कहा कि हम सभी को अपना-अपना आत्म चिंतन जरूर करना चाहिए और अपनी गलतियों को सुधारना चाहिए। हर तीसरे माह हम सभी को एक साथ बैठकर आत्म चिंतन को अनुभवों को आपस में साझा करना चाहिए। हम्हें अपने विश्वविद्यालय को अपना ही परिवार समझकर कार्य करना चाहिए। डा ध्यानी द्वारा कार्यक्रम में समस्त अधिकारियों एंव कर्मचारियों को यह संदेश दिया गया कि विश्वविद्यालय को उत्कृष्ट बनाने हेतु एक साथ मिलकर, निस्वार्थ भाव से और अच्छी सोच से कार्य करना चाहिए। विश्वविद्यालय की छवि सुधारने के लिए हर सभी को हर सम्भव प्रयास करना चाहिए।
कुलपति द्वारा वित्तीय प्रबन्धन में सुधार हेतु कई अहम बदलाव विश्वविद्यालय प्रणाली में किये गये। कुलपति द्वारा वित्त अधिकारी को अवगत कराया गया कि अब एक विभाग से दूसरे विभाग में बिलों से सम्बन्धित पत्रावलियों को नहीं भेजा जाय, सभी पत्रावलियों को वित्त विभाग में ही रखा जाय और सप्ताह में शनिवार के दिन कुलपति, कुलसचिव, सहायक कुलसचिव (वित्त) और परीक्षा नियंत्रक खुद वित्त विभाग में बैठकर बिलों का निस्तारण करेंगे और वहीं पर कुलपति अपनी स्वीकृति प्रदान करेंगे। परीक्षा कार्यो के पारिश्रमिक भुगतान एवं पेपर सेटर का भुगतान हर हाॅल में 15 दिन के अन्तर्गत होना चाहिए। विश्वविद्यालय की वित्तीय छवि को सुधारने हेतु सभी कर्मचारियों को एक साथ, एक जुट होकर, कार्य करना होगा। हाॅल ही में कुलपति द्वारा वित्तीय प्रबंधन को सुधारने हेतु स्वंय वित्त अधिकारी के कक्ष में बैठकर भुगतान की कार्यवाही करवायी गयी जिसके तहत 85 प्रतिशत लम्बित बिलों का भुगतान विश्वविद्यालय द्वारा दिपावली से पहले कर दिया गया। डा पीपी ध्यानी द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त अधिकारियों एंव कर्मचारियों को अवगत कराया कि जो अधिकारी एवं कर्मचारी निस्वार्थ की भावना से अच्छा काम करेंगे, उन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को विश्वविद्यालय सम्मानित करेगा और हमेशा याद रखेगा।
कार्यक्रम में मंच का संचालन कर रहे डा0 हेमंत बिष्ट, दिनेश चन्द्रा कुलसचिव, नमिता सिंह वित्त अधिकारी, डा आरएस चौहान परीक्षा नियंत्रक, डा बीएल आर्य सहायक परीक्षा नियंत्रक, सुनील नौटियाल, निजी सचिव कुलदीप सिंह नेगी, जसवन्त सिंह बिष्ट, रणजीत सिंह रावत, वाईएस भंडारी, दर्शन लाल, पवन रतूडी, सुमेर सिंह, रविन्द्र, जगवीर, उपेन्द्र, मनोज, कुलदीप सिंह नेगी, गजेन्द्र रावत, अभिषेक भण्डारी, अमित, अर्जुन आदि शामिल हुए।



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