पूर्व डीएम दीपक रावत को मिला सम्मान, हरिद्वार को तीन करोड़ का तोहफा




नवीन चौहान
किसी भी जनपद के जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होती है कि वह क्षेत्र का सर्वाग्रीण विकास कराए। पिछड़े इलाकों में विकास कार्यो को पूरा कराए और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचे। हरिद्वार के तत्कालीन डीएम दीपक रावत ने इस कार्य को बखूवी पूरी ईमानदारी से पूरा किया। पूर्व डीएम दीपक रावत ने पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ हरिद्वार का विकास करने और केंद्र सरकार की योजनाओं को जरूरतमंदों के घर—घर तक पहुंचाने के लिए खूब परिश्रम किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में फटकार लगाई अधिकारियों के पेंच कसें और उनको दिशा निर्देश जारी किए। अधिकारियों की लापरवाही पर वेतन रोका। औचक निरीक्षक किए और विभागीय अधिकारियों को नींद से जगाकर जनपद का विकास करने के सजग किया। जिसका नतीजा ये रहा कि हरिद्वार जनपद कुपोषण दूर करने  के मामले में देश में नंबर वन जनपद बन गया है। जिसके चलते हरिद्वार जनपद को केंद्र सरकार की ओर से तीन करोड़ की धनराशि बतौर पारितोषिक मिलेगी।


केंद्र सरकार का नीति आयोग में पांच सेक्टरों की मानीटरिंग करता है। जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, क्षेत्र का विकास और आर्थिक व्यवस्था होती है। किसी भी जनपद की शिक्षा, चिकित्सा और कृषि और क्षेत्रीय विकास सुदृढ़ होता तो वह जिला उन्नति की राह में अग्रसरित होगा। जिलाधिकारी की सबसे अहम जिम्मेदारी जनपद में इन पांचों विभागों की स्थिति को सर्वश्रेष्ठ बनाने की होती है। जिसमें जिलाधिकारी के साथ मुख्य विकास अधिकारी की भूमिका अहम होती है। अगर हरिद्वार जनपद की बात करें तो यहां के तत्कालीन जिलाधिकारी दीपक रावत ने मुख्य विकास अधिकारी विनीत तोमर के साथ मिलकर हरिद्वार के विकास की पटकथा तैयार की। हरिद्वार डीएम रहने के दौरान दीपक रावत ने ग्रामीण क्षेत्रों में तमाम विकास कार्य कराए। मुख्य विकास अधिकारी विनीत तोमर ने डीएम दीपक रावत के निर्देशों के अनुरूप कार्य किए। वही हरिद्वार जनपद में कुपोषण को दूर करने की बात करें तो हरिद्वार के तत्कालीन डीएम दीपक रावत ने इसको चुनौती मानते हुए जनपद से कुपोषण दूर करने की ठान ली। डीएम दीपक रावत ने सीडीओ विनीत तोमर और परियोजना निदेशक मुकुल चौधरी ने एक सफल प्लानिंग के तहत पोषण अभियान की शुरूआत की। ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए।

आंगनबाड़ी केंद्रों की मदद ली। घर—घर पहुंचकर लोगों को जागरूक किया। वही दूसरी ओर हरिद्वार के विकास की बात करें तो यहां के ग्रामीण इलाकों की स्थिति बेहतर हुई। स्वच्छता अभियान का फायदा मिला तो गांव स्वच्छ दिखाई देने लगे और हरिद्वार कुपोषण दूर करने के मामले में नंबर वन की रैंक पर पहुंच गया। पूर्व डीएम व वर्तमान में कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत, सीडीओ विनीत तोमर और परियोजना निदेशक मुकुल चौधरी को आज 23 अगस्त को दिल्ली में सम्मानित किया जायेगा। हालांकि इस सम्मान के पीछे एक कठिन लक्ष्य को हासिल करने की चुनौती को भी पूर्व डीएम दीपक रावत ने पूरा किया है। फिलहाल कुंभ पर्व 2021 को सफल बनाने की तैयारियों में वह जुटे है।



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