नवीन चौहान
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने किसानों से हित में सख्त और प्रभावी कदम उठाया हैै। उन्होंने किसानों की धान खरीद में आ रही समस्या को देखते हुए लापरवाह धान क्रय केंद्र संचालको के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए है। जिसके बाद से धान क्रय केंद्र संचालकों में हडकंप की स्थिति है।
किसानों को धान की फसल को बेचने में दिक्कतों का सामना करना पड रहा था। किसान प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत कर रहे थे। जबकि धान खरीद की यह प्रक्रिया प्रत्येक वर्ष की नियमित प्रक्रिया है। किसानों की बार-बार आ रही शिकायतों व कृषकों के आक्रोश को देखते हुये जिलाधिकारी सी रविशंकर ने धान क्रय केन्द्रों के औचक निरीक्षण के लिये टीम गठित की थी।
धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करने के बाद केके मिश्रा, एडीएम, वित्त एवं राजस्व ने बताया कि हरिद्वार जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में धान खरीद के लिये खाद्य विभाग एवं यूसीपीएफ के 17 धान क्रय केन्द्र खोले गये थे। जिन्हें 01 अक्टूबर से संचालित होना था। बार-बार बैठकों में क्रय केन्द्रों के संचालन हेतु जिला खरीद अधिकारी द्वारा मौखिक अथवा लिखित रूप से निर्देशित करने के बावजूद इन धान क्रय केन्द्रों की ढीली कार्य प्रणाली के बारे में किसानों से शिकायतें प्राप्त हो रही थी, जिसे देखते हुये जिलाधिकारी के निर्देश पर इन धान खरीद केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। औचक निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 17 धान क्रय केन्द्रों में से केवल तीन धान क्रय केन्द्रों की कार्य प्रणाली सन्तोषजनक पाई गयी, जबकि अन्य 14 धान खरीद केन्द्रों पर केवल पंजीकरण का कार्य हो रहा था, धान खरीद सम्बन्धी कार्य नहीं हो रहा था। इन सभी 14 केन्द्रों की कार्य-प्रणाली सन्तोषजनक नहीं पाये जाने की वजह से इनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है तथा एडवर्स इण्ट्री की कार्रवाई की जा रही है।
एडीएम, वित्त एवं राजस्व ने बताया कि अगर इन केन्द्रों ने एक दिन के अन्दर धान की खरीद की शुरूआत नहीं की तो सम्बन्धित केन्द्र इंचार्ज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई प्रारम्भ कर दी जायेगी।