संजीव शर्मा
हाथरस में रालोद के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज के विरोध में राष्ट्रीय लोकदल की लोकतंत्र बचाओ महापंचायत का आयोजन मुजफ्फरनगर में किया गया। इस महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान और रालोद कार्यकर्ता शामिल हुए। सपा और कांग्रेस का भी इस महापंचायत को समर्थन रहा। महापंचायत में सपा और कांग्रेस के नेता भी पहुंचे।
मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में आयोजित इस महापंचायत को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। कार्यकर्ता जीआईसी के मैदान में ट्रैक्टर ट्रॉलियों, बसों और अन्य वाहनों से पहुंचे। महापंचायत में हरियाणा से भी समर्थकों की भीड़ पहुंची। जिला प्रशासन और पुलिस के साथ साथ पीएसी जनपद के सभी चौराहो पर मुस्तैद रही। दोपहर लगभग 1 बजे जयंत चौधरी महापंचायत स्थल पर पहुंचे। लोकतंत्र बचाओ पंचायत को भारतीय किसान यूनियन और खाप मुखियाओं का भी समर्थन मिला। जयंत चौधरी के साथ साथ मंच पर हरियाणा से कांग्रेस के दीपेन्द्र हुड्डा, कांग्रेस नेता इमरान मसूद, पूर्व मंत्री हरेंद्र मलिक, बालियान खाप के चौधरी और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के अलावा कई बड़े नेता मौजूद रहे। मंच से जयंत चौधरी ने हाथों में लाठी लेकर अपने समर्थकों का अभिवादन किया। जयंत चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार में किसानों और मजदूरों की आवाज को दबाया जा रहा है। इस सरकार में हमारी बहन बेटी सुरक्षित नहीं है। हाथरस में हमारी बहन के साथ दरिंदगी के बाद हत्या हुई हम लोग वहां पीड़ित परिवार का दुःख बांटने गए तो हम पर लाठीचार्ज कराया गया। केन्द्र सरकार ने किसानों के विरुद्ध संसद में कृषि बिल पास कर दिया लेकिन इस बिल से किसानों को कोई फायदा नहीं होने वाला। इससे साफ जाहिर होता है कि योगी और मोदी किसानों को तबाह और बर्बाद कर देना चाहते हैं।