नवीन चौहान,
हरिद्वार। अभिभावकों की आवाज बुलंद करने वाले व्यापारी नेता सुनील सेठी ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के खिलाफ आंदोलन करने का बिगुल बजा दिया है। उनका कहना है कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते ही निजी स्कूल लूट खसोट का धंधा चला रहे है। निजी स्कूल अभिभावकों का शोषण कर रहे है जबकि शिक्षा विभाग निजी स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। महज नोटिस काटकर खानापूर्ति कर रहा है। जिलाधिकारी दीपक रावत के निजी स्कूलों पर कार्रवाई के आदेशों को भी शिक्षा विभाग के अधिकारी धज्जियां उड़ा रहे है। उन्होंने कहा कि अब निजी स्कूलों के खिलाफ प्रदर्शन करने की वजाय वह सीधा शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के खिलाफ सड़कों पर उतरकर युद्ध स्तर पर आंदोलन करेंगे।
बुधवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुये व्यापारी नेता सुनील सेठी ने कहा कि निजी स्कूल अपनी मनमानी करने पर आमादा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ से निजी स्कूलों की लूट की दुकाने खुली हुई है। एनसीईआरटी की किताबे स्कूलों में नहीं चलाई जा रही है। प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबे महंगी कीमत पर दी जा रही है। इसके अलावा एनुएल चार्ज के नाम पर अभिभावकों को लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने निजी स्कूलों में फीस कम करने की घोषणा की गई थी तो उसका सख्ती से पालन क्यो नहीं कराया जा रहा है। निजी स्कूल पानी, जनरेटर, मेडिकल से लेकर तमाम अन्य खर्चो का बोझ अभिभावकों की जेब पर डाल रहे है। उन्होंने कहा कि वह निजी स्कूल की मनमानी को किसी हद तक भी जाकर बंद कराकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने निजी स्कूलों की मनमानी को रोकने की जो कोरी घोषणा कर हरिद्वार की जनता को भ्रमित करने का कार्य किया है, उसके लिये उनको माफी मांगनी चाहिये। वह निजी स्कूलों की लूट को बंद कराने में नाकामयाब रहे है। इस पूरे प्रकरण में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ होना दर्शाया जा रहा है। सुनील सेठी ने कहा कि वह अभिभावकों को निजी स्कूलों की लूट से निजात दिलाने के लिये शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर व्यापारी नेता जितेंद्र चौरसिया, नाथीराम सैनी, तेजप्रकाश साहू, संजय मेहता, अरूण प्रकाश, प्रकाश राघव, अनूप मेहता, प्रीत कमल शर्मा समेत कई व्यापारी उपस्थित रहे।