डीएवी स्कूल पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित साधारण इंसान और असाधारण व्यक्तित्व, मां गंगा की पूजा कर ली विदाई




नवीन चौहान
हरिद्वार डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी एक साधारण इंसान और असाधारण व्यक्तित्व के धनी है। उन्होंने अपनी विलक्षण क्षमता से डीएवी स्कूल को मुकाम पर पहुंचाया। उन्होंने सदैव स्कूली बच्चों का मनोबल बढ़ाया और सर्वश्रेष्ठ नागरि​क बनकर राष्ट्र का नाम गौरवांवित करने की सीख दी। करीब एक दशक तक हरिद्वार के बच्चों को शिक्षा ज्ञान समर्पित करने के बाद मां गंगा को प्रणाम करने के बाद पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी ने हरिद्वार से विदाई लेते हुए अपने घर देहरादून के लिए प्रस्थान कर लिया है।
मां गंगा की नगरी हरिद्वार में डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल एक विख्यात स्कूल है। इस स्कूल को शिखर पर पहुंचाने के पीछे पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी की दस सालों तक ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और पारदर्शिता से की गई मेहनत को नजर अंदाज नही किया जा सकता है। उन्होंंने बेहद ही शुचिता के साथ स्कूल में परिश्रम किया। जिसके चलते डीएवी स्कूल हरिद्वार के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में शामिल हो पाया। जहां वर्तमान में 3800 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। डीएवी स्कूल को मुकाम पर पहुंचाने वाले पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी 30 मई 2020 को सेवानिवृत्त हुए है। बिरला पब्लिक​ स्कूल और अंबुजा सीमेंट कंपनी के डीएवी स्कूल सोलन में बतौर प्रधानाचार्य के पद पर कार्य करने के बाद 31 मार्च 2010 को हरिद्वार डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर के प्रधानाचार्य पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने पहुंचे थे। पीसी पुरोहित जी ने मां गंगा की पूजा अर्चना के साथ ही स्कूल को ऊंचाईयों पर पहुंचाने का खाका तैयार किया था। उन्होंने अपने एक दशक के कार्यकाल में इस विजन को पूरा कर दिखाया। पीसी पुरोहित जी ने तमाम परेशानियों को सकारात्मक सोच रखते हुए पार किया। स्कूल में शिक्षा के स्तर, समय प्रबंधन, भवन निर्माण, साज सज्जा, पेड़ पौधों की खूबसूरती से स्कूल प्रांगण में चार चांद लगाये। स्कूली बच्चों का बेहतर रिजल्ट अभिभावकों के आकर्षण का केंद्र बना रहा। पीसी पुरोहित जी ने कुर्सी के प्रति वफादारी को अपने धर्म की तरह निभाया। उन्होंने डीएवी मैनेजमेंट के नियमों के अनुसार स्कूल को शिखर पर पहुंचाने के लिए अथक परिश्रम किया। बच्चों, अभिभावकों, प्रशासनिक अधिकारियों और मैनेजमेंट को संतुष्ट करते हुए स्कूल हित उनकी पहली प्राथमिकता रही। डीएवी प्रबंधकृत समिति की ओर से भी उनके कार्यो को सराहा गया। प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित बच्चों के लिए एक आदर्श शिक्षक और कर्तव्यनिष्ठ प्रधानाचार्य के तौर पर सदैव स्मरण रहेंगे।
बच्चों को पेंसिल गिफ्ट
उत्तराखंड की खूबसूरत पिंडरघाटी में जन्मे प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी प्रकृति से बहुत प्रेम करते है। बच्चों को प्रकृति का महत्व समझाना कभी नही भूलते थे। यही कारण था कि इस सालों के भीतर उन्होंने हजारों ईको फ्रेंडली पेंसिल बच्चों को​ गिफ्ट की। इस पेंसिल की खूबी ये थी कि इसको वेस्ट पेपर से तैयार किया जाता था। जिसके पेड़ों को काटने की जरूरत नही पड़ती थी।
स्वच्छता अभियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया हो। लेकिन डीएवी स्कूल में स्वच्छता अभियान एक दशक पूर्व ही शुरू हो गया था। पीसी पुरोहित जी स्कूल प्रांगण को बेहद स्वच्छ देखना पसंद करते थे। इसके लिए सफाईकर्मियों को प्रतिदिन दिशा निर्देश देते थे।



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