नवीन चौहान.
हरिद्वार के रिहायशी इलाकों में आए दिन आने वाले जंगली जानवर और हाथियों को रोकने के लिए वन विभाग के अधिकारी अब एक नया अभिनव प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि नए प्रयास के सफल होने पर जंगली जानवरों को रिहायशी इलाकों में आने से पूरी तरह रोका जा सकेगा।
बताया जा रहा है कि वन विभाग कुछ अलग प्लान तैयार करने जा रहा है। रिहायशी इलाकों में जंगली जानवरों को रोकने के लिए अब वन विभाग मधुमक्खियां का सहारा लेने जा रहा है। जिसके लिए हरिद्वार वन विभाग द्वारा मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जिसका अब वन विभाग ट्रायल करने जा रहा है, जिसके बाद इस प्लान को पूरे हरिद्वार वनप्रभाग क्षेत्र में लागू किया जाएगा।
वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि इस प्लान के लागू होने के बाद रिहायशी इलाकों में जंगली जानवरों का आना पूरी तरह रूक जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि मधु मक्खियों से जंगली जानवर दूर रहते हैं। जहां मधु मक्खियों के छत्ते होते हैं जंगली जानवर उससे दूर हो जाते हैं। इसीलिए रिहायशी इलाकों में जंगली जानवरों को आने से रोकने के लिए यह प्रयोग किया जा रहा है।
हरिद्वार वन क्षेत्र के रेंजर शैलेंद्र नेगी का कहना है कि आए दिन जंगली जानवर हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े रियाहसी इलाकों में चहलकदमी करते हुए दिखाई देते हैं ऐसे में वन विभाग द्वारा बनाई गई क्विक रिस्पांस टीम की यही ड्यूटी रहती है कि वह दिन रात जंगल से आबादी की ओर आ रहे हैं, वन कर्मचारी जानवरों को जंगल की और खदेड़ने का प्रयास करते है, इसके लिए अब हमने एक परमानेंटली सॉल्यूशन निकाला है जिसमें हम मधुमक्खियां के छत्ते और मधुमक्खियां की वॉइस के डमी स्पीकर्स वनप्रभाग की बाउंड्रीज पर लगाएंगे जिससे शहरी इलाकों में हाथियों का आना बिल्कुल बंद हो जाएगा।