नवीन चौहान
हरिद्वार। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना से गांवों में पेयजल एवं स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, समाज सुरक्षा, ग्रामीण सड़कें एवं आवास, विद्युत एवं स्वच्छ ईंधन, कृषि, वित्तीय समावेश, डिजिटलीकरण जैसी सेवाएं होगी। इसके लिए डीएम ने संबंधित विभागों की बैठक कर कार्य करने को दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कलेक्ट्रेट में आयोजित प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना का मुख्य उद्देश्य 50 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या वाले चयनित गांवों का एकीकृत विकास सुनिश्चित करना है। इसके अंतर्गत आदर्श ग्राम एक ऐसी परिकल्पना है, जिसमें लोगों को विभिन्न बुनियादी यथा-पेयजल एवं स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, समाज सुरक्षा, ग्रामीण सड़कें एवं आवास, विद्युत एवं स्वच्छ ईंधन, कृषि, वित्तीय समावेश, डिजिटलीकरण जैसी सेवाएं देने की परिकल्पनाएं की गई हैं, जिससे समाज के सभी वर्गों की न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति हो और असमानताएं कम से कम रहें। गांव विकास योजना का उद्देश्य चुने गांवों का आदर्श ग्राम के रूप में लगभग 5 वर्ष की समय सीमा में विकास करने के लिए व्यापक, वास्तविक और व्यावहारिक रूप रेखा तैयार करना है।
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से प्रधानमंत्री आदर्श गांवों में आंगनबाड़ी केंद्रों के संबंध में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि अभी हम प्रत्येक गांव में बच्चों की संख्या के संबंध में सत्यापन कर रहे हैं, क्योंकि गांव में जब 20 से अधिक बच्चे होंगे, तभी हम आंगनबाड़ी केन्द्र बनाएंगे। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि आदर्श गांव में सभी सुविधाएं होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने चिह्नित प्रधानमंत्री आदर्श गांवों में इंटरनेट व मोबाइल कनेक्टीविटी के संबंध में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि इन गांवों में इंटरनेट आदि की सुविधा मौजूद है। बैठक में जिलाधिकारी ने इन गांवों में विद्युत, साॅलिड वेस्ट, स्वच्छ पेयजल आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी विभाग आपस में सामंजस्य व तालमेल रखते हुये अपना-अपना सम्पूर्ण विवरण यथाशीघ्र तैयार कर प्रस्तुत करें।
बैठक में सीडीओ विनीत तोमर, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह चौहान, उद्यान एवं समाज कल्याण अधिकारी नरेंद्र यादव, पीडीडीआरडीए आरसी तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी भारती तिवारी, कृषि अधिकारी डाॅ वीके यादव, खानपुर बीडीओ बीएस नेगी, एसएस धमांदा, आईएस भंडारी, बीपी सिंह, अरविंद कुमार पटेल आदि शामिल हुए।