जोगेंद्र मावी
हरिद्वार के किसानों ने दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन देते हुए धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने हरिद्वार जनपद में चल रही किसानों की समस्या भी उठाई। समस्याओं को समाधान न होने पर अगले सप्ताह से आंदोलन करने की चेतावनी दी।
किसानों ने ज्वालापुर समिति पर अंबूवाला के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में किसानों ने धरना प्रदर्शन किया। धर्मेंद्र प्रधान ने मांग उठाते हुए कहा कि गन्ना केंद्र सुरक्षित किए हैं, लेकिन अभी तक क्षेत्र में कोई गन्ना केंद्र नहीं लगा है। इससे किसानों के गन्ने खेतों में सूख रहे हैं। उन्होंने पांच दिन के अंदर लगवाने की मांग उठाई। इसके अलावा उन्होंने कहा कि छोटे किसानों की जिनकी पर्ची कम है, उनकी जल्दी जारी कराने की मांग उठाई। तीन पखावाडों में पर्ची लगवाने की मांग उठाई। उन्होंने गन्ना भाव 400 रुपये क्विंटल की मांग उठाई। समितियों में यूरिया और डीएपी नहीं है। इससे किसान गेहूं की फसल में यूरिया तक नहीं डाल पा रहे है। यदि जल्द ही यूरिया नहीं मिला तो पैदावार प्रभावित होगी। जितने भी नए सदस्य बनाए हैं, उनकी भी पर्ची शुरू की जाए। गन्ने की पैदावार की अंतिम तिथि 30 नवंबर को थी, उसे बढ़ाया जाए। गन्ना समिति को तीन दिन के बजाय उसकी वैधता तिथि पांच दिन किया जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के किसानों के आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार कतई गंभीर नहीं है। जिसे लेकर जल्द ही हरिद्वार के किसान भी दिल्ली के लिए कूच करेंगे। इस मौके पर नंदलाल, अर्जुन चौहान, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह, जाहिद हसन, प्रवेश सैनी, जबूर हसन, मुस्तकीम, रियासत, मुस्लिम, योगेंद्र चौहान, डॉ धर्म सिंह, जाहिर हसन, फुरकान, विनोद, कल्लू, कर्म सिंह, तेज्जा, नूर अहमद, जगराम सिंह, पल्टूराम पूर्व प्रधान आदि शामिल हुए।