नवीन चौहान, हरिद्वार।
नगर निगम के मेयर की कुर्सी पर भाजपा प्रत्याशी अन्नु कक्कड़ की ताजपोशी कराने के लिये केबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने पूरी ताकत झोंक दी है। मदन कौशिक देर रात्रि तक जनता के बीच में रहकर अन्नु कक्कड़ के पक्ष में वोट देने की अपील करते दिखाई पड़ रहे है। अतिक्रमण अभियान के दौरान भाजपा से नाराज हो गये वोटरों पर डोर डालने का प्रयास भी किया जा रहा है। ऐसे में सभी की जुबान पर एक बात है कि चुनाव अन्नु कक्कड़ लड़ रही है और प्रतिष्ठा मदन कौशिक की दांव पर लगी है। अब देखना होगा कि मदन कौशिक अपने तिलिस्म को बरकरार रख पाते है या उनका वोट बैंक दरकने लगा है।
हरिद्वार की राजनीति के एक मात्र नेता कहे जाने वाले नगर विधायक और सरकार में केबिनेट मंत्री मदन कौशिक को निकाय चुनाव में फूंक-फूंक कर कदम बढ़ाना होगा। इस निकाय चुनाव में भाजपा ने मदन कौशिक के खेमे से जुडी महिला नेत्री अन्नु कक्कड़ को ही प्रत्याशी घोषित किया है। अन्नु के चुनाव की पूरी कमान भी मदन कौशिक के पास ही है। चुनाव प्रचार की रणनीति और प्रचार करने के तरीके और अन्नु की टीम की रूपरेखा सब कुछ मदन कौशिक ने ही तय किया। कुल मिलाकर कहे तो चेहरा अन्नु कक्कड़ का है लेकिन चुनाव मदन कौशिक का है। करीब दो दशक से हरिद्वार की राजनीति में सक्रिय मदन कौशिक ने किसी भी चुनाव में हार का मुंह नहीं देखा है। वह चुनाव जीतने की कला में माहिर खिलाड़ी माने जाते है। मदन कौशिक के चुनाव जीतने के तिलिस्म का लोहा उनके विपक्षी भी मानते है। लेकिन निकाय चुनाव में कुछ हालात बदलते दिखाई पड़ रहे है। हरिद्वार का एक बड़ा ब्राहाण वोट मदन कौशिक से छिटककर कांग्रेस के पाले में जाता दिखाई पड़ रहा है। जबकि कुछ पंजाबी वोट भी खिसकता हुआ नजर आ रहा है। लेकिन मदन कौशिक के बस्तियों के वोट उनकी सबसे बड़ी ताकत है। इसके अलावा भी मदन कौशिक को इस चुनाव को जीतने के लिये कुछ नये पैतरों का इस्तेमाल भी करना होगा। अन्यथा मदन कौशिक की प्रतिष्ठा पर खतरा मंडराता दिखाई पड़ रहा है। वही कांग्रेस प्रत्याशी अनीता शर्मा के समर्थक ही भीतरघात ना करें तो उनका पाला अभी तक मजबूत दिखाई पड़ रहा है।