नवीन चौहान,
हरिद्वार। कर्तव्यनिष्ठा का पालन करने वाली खाकी के जवान को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। दारोगा का कसूर सिर्फ इतना था कि वह अपनी जिम्मेदारी से ड्यूटी कर रहे थे और यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले एक युवक की बाइक को पकड़कर सीज कर दिया। बाइक सवार युवक ने पहले तो खुद दरोगा से अभद्रता की फिर अपने परिचित से फोन पर अभद्रता कराई। युवक के समर्थन में आये एक विधायक ने भी दरोगा पर रौब गालिब किया। युवक के समर्थन में आये विधायक की शिकायत पर प्रकरण की जांच रूड़की सीओ के सुपुर्द कर दी गई है। मामला कलियर थाना क्षेत्र का है।
कलियर थाना क्षेत्र के धनौरी चौकी प्रभारी रणजीत सिंह तोमर शुक्रवार को सड़क पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार बाइक वहां से जा रही थी। बाइक चलाने वाला स्टंटबाजी कर रहा था। दारोगा रणजीत सिंह तोमर ने बाइक चालक को रोक लिया और यातायात नियमों का उल्लघंन करने की जानकारी युवक को दी। इसी बीच युवक ने फोन लगाकर दरोगा को थमा दिया। फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने दरोगा रणजीत सिंह तोमर से अभद्र भाषा में बात करने लगा। इस पर दरोगा ने फोन काट दिया। जिसके बाद दरोगा रणजीत तोमर बाइक सवार युवक को चौकी पर लेकर आ गये। युवक के समर्थन में स्थानीय विधायक और भारी संख्या में भीड़ जुट गई। सभी लोगों की भीड़ ने उप निरीक्षक रणजीत सिंह तोमर पर ही अभद्रता करने का आरोप लगाना शुरू कर दिया। रूड़की सीओ स्वप्न किशोर सिंह ने मामला शांत कराया और प्रकरण की जांच करने की बात कहकर सभी लोगों को संतुष्ट कर दिया। बताते चले कि कानून व्यवस्था का अनुपालन कराने में खाकी के जवानों को कई बार भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ये कोई पहला मामला नहीं है। इस घटना से पूर्व भी कई बार अपने वोट बैंक को खुश करने की खातिर स्थानीय नेता और विधायक कानून की ही धज्जियां उड़ाते दिखाई पड़े है। ऐसे ही एक मामले में भगवानपुर की विधायक ममता राकेश ने अपने बेटे की बाइक का चालान होने के दौरान शालीनता का परिचय दिया। खुद ममता राकेश ने स्वीकार किया था कि उसके बेटे ने यातायात कानून का उल्लघंन किया है। जिसके कारण चालान किया गया है। ऐसे हालात तो उस प्रदेश के है जिसके डीजीपी अनिल रतूड़ी ने यातायात नियमों का उल्लघंन होने पर अपनी कार का चालान कटाकर जुर्माना भरा था। नेताओं को डीजीपी से ही सीख लेना चाहिये। आखिरकार पुलिस आपकी सुरक्षा के लिये ही है।