नवीन चौहान.
हरिद्वार पुलिस में तैनात एक प्रोन्नत दरोगा को एसएसपी हरिद्वार ने निलंबित कर दिया है। आरोप है कि उसके नशे का अवैध कारोबार करने वाले कारोबारियों से संबंध थे। जांच में इसकी पुष्टि होने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बतादें कुछ दिन पहले एसटीएफ की टीम ने हरिद्वार की ज्वालापुर कोतवाली में छापेमारी कर अवैध नशे के कारोबार का खुलासा किया था। एसटीएफ की टीम ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किये थे। इस मामले में दो पुलिस कर्मियों अमजद और रईस राजा पर भी कार्रवाई की गई थी, उनके भी अवैध नशे के कारोबारियों से संबंध उजागर हुए थे।
इसी पूरे मामले की जांच डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर एसटीएफ के डीआईजी नीलेश आनंद भरणे करा रहे हैं। उनके निर्देशन में ही एसटीएफ की टीम ने छापेमारी की थी। इसी कड़ी में अब हरिद्वार में तैनात हेडकांस्टेबल प्रोन्नत दरोगा विकास बलूनी को निलंबित कर दिया है। सीडीआर में उसके नशे के अवैध कारोबार करने वालों से संबंध प्राथमिक जांच में सामने आए हैं। फिलहाल पूरे मामले की विस्तृत जांच करायी जा रही है।
बतादें डीजीपी अशोक कुमार ने कहा था कि खाकी की छवि को धूमिल करने वाले पुलिस कर्मियों के साथ अपराधी की तरह की बर्ताव किया जाएगा। एसटीएफ डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया की दरोगा विकास बलूनी की मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों से बातचीत होती थी.