2022 में भुगतेंगे परिणाम, कश्यप समाज ने उपेक्षा होने पर दी चेतावनी
नवीन चौहान
हरिद्वार। कश्यप समाज के साथ सौतेले व्यवहार और अधिकारों के हनन के विरोध में कश्यप द फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि सत्ताधारी पार्टी को इसका परिणाम आगामी विधानसभा में भुगतना पड़ेगा।
प्रेस क्लब हरिद्वार में प्रेसवार्ता करते हुए संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री रविंद्र कश्यप ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार और भाजपा पार्टी अपने शुरुआती दौर से ही प्रदेश भर में बाहुल्य कश्यप समाज की अनदेखी कर उसके साथ सौतेला व्यवहार करती आई है जिसके प्रत्यक्ष प्रमाण हमें इनकी कार्यशैली से अपने आप ही दिखाई पड़ते है। बात अगर कश्यप समाज की करे तो कश्यप समाज तीन लाख जनसंख्या के साथ प्रदेश भर में बनने वाली सरकार के लिए हर चुनाव में नीव का पत्थर साबित होती है ।
अकेले जनपद हरिद्वार में कश्यप समाज लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा की जनसंख्या के रूप में चौथे सबसे बड़े जनसमूह के रूप में स्थित है। इसके बावजूद भी कश्यप समाज को उसका अधिकार नहीं मिला।
जनसंख्या में कम होने पर भी कहीं उच्च समाज के लोगों को बड़ी जिम्मेदारी वाले पद भाजपा सरकार में दिए गए हैं लेकिन कश्यप समाज के लिए संवैधानिक रूप से आरक्षित मत्स्य विभाग के उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री स्तर) पद से अभी तक अपनी दोयम दर्जे की राजनीतिक मानसिकता के चलते दूर रखा है, इसे प्रदेश सरकार के हुक्मरानों की गंदी मानसिकता ही कहेंगे कि वर्तमान सरकार का कार्यकाल 4 साल पूर्ण होने के बावजूद भी वह पद किसी भी कश्यप समाज के व्यक्ति को नहीं दिया गया है। इस मौके पर महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रश्मि कश्यप, प्रदेश उपाध्यक्ष मंजू कश्यप, प्रदेश महामंत्री सोनू कश्यप, प्रदेश मीडिया प्रभारी सोनू कश्यप, प्रदेश मंत्री नवीन कश्यप, विभाग संगठन मंत्री मोहन कश्यप, जिला संगठन मंत्री अर्जुन कश्यप,जिला अध्यक्ष लोकेश कश्यप, जिला उपाध्यक्ष दीपक कश्यप, जिला महामंत्री अमित कश्यप, युवा मोर्चा के मोहित कश्यप आदि शामिल हुए।