कुंभ—2021: एसओपी के तहत आईसीएमआर की 72 घंटे की रिपोर्ट पर सवाल, दूरस्थ प्रदेश से कैसे आ सकेंगे स्नाना​र्थी, सैंपल देने के 4 दिन बाद मिलती है रिपोर्ट




जोगेंद्र मावी
कुंभ—2021 के तहत केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जारी हुई एसओपी के तहत कोविड—19 की जांच आईसीएमआर के तहत कराने की अनिवार्यता पर सवाल उठने लगे हैं। क्योंकि दूर दराज के प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं को हरिद्वार तक पहुंचने में 72 घंटे से भी अधिक का समय लग जाता है। जबकि दूसरा बड़ा सवाल कि आईसीएमआर लैब से कोविड की रिपोर्ट आने में चार दिन से अधिक का समय लग रहा है। इस पर हरिद्वार के व्यवसायियों और तीर्थ पुरोहितों ने बड़ा सवाल उठाया है।
हरिद्वार में शुरू होने जा रहे कुंभ—2021 की एसओपी केंद्र सरकार ने जारी की, इसके बाद विस्तार से राज्य सरकार ने जारी की। जिसमें सबसे बड़ा प्रावधान रखा गया है कि कुंभ के स्नानों में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं को कोविड—19 की रिपोर्ट की अनिवार्यता लागू कर दी है। ​सबसे बड़ी बात कोविड की रिपोर्ट आईसीएमआर से पंजीकृत लैब से कराकर लानी होगी और रिपोर्ट 72 घंटे के अंदर जारी की हुई होनी चाहिए। लेकिन कुंभ—2021 की एसओपी के इस प्रावधान पर हरिद्वार की गंगा की प्रबंध समिति श्री गंगा सभा, होटल व्यवसासियों, तीर्थ पुरोहितों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है। हरिद्वार होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा का तर्क है कि आईसीएमआर से पंजीकृत लैब से रिपोर्ट आने की समयावधि निर्धारित नहीं है और महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल आदि ऐसे प्रदेश है जहां से ट्रेन, बस या ​ट्रेवल वाहन से आने में दो से चार दिन तक का समय लग जाता है। जब तक वे उत्तराखंड प्रदेश की सीमा में प्रवेश करेंगे तब तक तो उनकी कोविड—19 की रिपोर्ट का 72 घंटे का समय पूरा हो जाएगा। तो उसे बार्डर से वापस भेज देंगे। उनका दूसरा तर्क कि इन प्रदेशों से हवाई यात्रा से कितने लोग ऐसे हैं जो हरिद्वार कुंभ में स्नान करने आएंगे, जबकि एक सामान्य समुदाय ट्रेन, बस या ट्रेवल वाहन से ही धार्मिक यात्रा करते हैं। उन्होंने यह सवाल जिला प्रशासन के सामने भी उठाया था, लेकिन अधिकारी हाईकोर्ट और केंद्र सरकार की गाइड लाइन का पालन कराने की मजबूरी में कोई जवाब देने को तैयार नहीं है।
तीर्थ पुरोहित सुमित तिवारी, नितिन कौशिक आदि का कहना है कि कोविड—19 की आईसीएमआर की रिपोर्ट की बाध्यता के नियम से हरिद्वार कुंभ में श्रद्धालुओं का आना मुश्किल है। इन नियमों की बाध्यता में केंद्र और राज्य सरकार को ढिलाई देनी चाहिए।
इतने समय में आती है रिपोर्ट
हरिद्वार के मेला अस्पताल में 6 फरवरी की दोपहर को कोरोना का सैंपल दिया। नियमानुसार रिपोर्ट 24 घंटे में आ जानी चाहिए थी, लेकिन रिपोर्ट जारी हुई 10 फरवरी की आधी रात को। यानि सैंपल देने के 84 घंटे के बाद रिपोर्ट आई। ऐसे में जब कोरोना की रिपोर्ट आ जाएगी तो उसके बाद ही कुंभ की वेबसाइट पर पंजीकृत होगा।
इस वेबसाइट पर होगा पंजीकरण
कुंभ—2021 में पंजीकरण के लिए कुंभ की ऑफिसियल वेबसाइट www.haridwarkumbhmela2021.com पर ऑनलाइन आवेदन प्रकिया को पूरा करना होगा। अनुमति मिलने के बाद ही हरिद्वार की सीमा में प्रवेश हो सकेगा।



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