कुंभ 2021: किसी ने माल कमाया तो किसी ने पुलिस का डंडा खाया, बस व्यापारी रोया





नवीन चौहान
कुंभ पर्व 2021 यूं तो रोशनी से सराबोर होने और दीवारों की रंगाई पुताई के लिए हमेशा याद किया जायेगा। लेकिन इस कुंभ में याद रखने लायक अगर कुछ रहेगा तो किसी के माल कमाने और पुलिस के डंडे खाने के साथ हरिद्वार के व्यापारियों के आंसू। विगत एक साल से कोरोना संक्रमण काल की सबसे बड़ी मार से मुकाबला कर रहे हरिद्वार के व्यापारियों को कुंभ ने जो निराशा और दर्द दिया। व्यापारी शायद ही कभी भूल पाए और अधिकारियों की बातों पर भरोसा कर पाए।
कुंभ पर्व 2021 के आगाज होने के साथ ही हरिद्वार के व्यापारियों के चेहरे पर उम्मीद की किरण दिखाई दी है। करीब एक साल से कोरोना के चलते अपनी दुकानों को बंद कर चुके कारोबारियों ने कुंभ में कुछ कमाने की सोची।

उम्मीद थी कि कुंभ पर्व में श्रद्धालुओं के दर्शन होंगे और उनकी दुकान से कुछ माल बिकेगा। कुंभ पर्व अपनी परपंरा और संस्कृति को लेकर आगे बढ़ा। कुंभ के संबंध में तमाम व्यवस्थाएं की गई। लेकिन चुनिंदा श्रद्धालुओं को बाजारों के मार्ग से गुजरने तक नही दिया गया। हरिद्वार के व्यापारी बेहद ही निराश और हताश हो चुके है। इधर कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। कोरोना प्रभावशाली हो रहा है। चारधाम यात्रा भी खटाई में पड़ती दिखाई दे रही है। देश लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा है। हरिद्वार के व्यापारी हताशा की ओर बढ़ रहे है। फिलहाल तो हरिद्वार के व्यापारी खुद को ही कोस रहे है और अपनी बेबसी पर आंसू बहा रहे है। बैंक कर्ज उनको सोने नही देता। कोरोना जीने नही देता। व्यापारी अब मां गंगा की शरण में है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *