नवीन चौहान
कोरोना वायरस से बढ़ते संक्रमण से निपटने के लिए प्लाज्मा थेरेपी को उम्मीद की किरण के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन केंद्र सरकार ने कहा कि इस थेरेपी को अभी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की ओर से मंजूर नहीं किया गया है। इसे अभी केवल ट्रायल और रिसर्च के रूप में आजमाया जा सकता है। गाइडलाइंस को ठीक से पालन नहीं किया गया तो यह खतरनाक भी हो सकता है।
- बतादें कि दिल्ली सहित कुछ राज्यों ने मरीजों को यह थेरेपी देनी शुरू कर दी है।
- लेकिन इस बीच केंद्र सरकार ने इसको लेकर राज्य सरकारों को सचेत किया है।
- मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के इलाज को लेकर अभी दुनिया में कोई अप्रूव थेरेपी नहीं है।
- प्लाज्मा थेरेपी भी अभी कहीं अप्रूव नहीं है। प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग अभी केवल प्रयोग के स्तर पर ही किया जा रहा है।
- प्लाजा थेरेपी को लेकर कोई सबूत नहीं है कि इसका ट्रीमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- अमेरिका में भी इसे एक्सपेरिमेंट के रूप में ही लिया गया है।