पुलिस कप्तान अजय सिंह की सख्त चेतावनी, चोरों को पकड़ने में नाकाम पुलिस पर गिरेगी गाज





नवीन चौहान
एसएसपी अजय सिंह आज फुल फार्म में दिखाई दिए। उन्होंने पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के साथ ही सख्त अल्टीमेटम दे दिया है। डयूटी में लापरवाही कतई बर्दाश्त नही होगी। चोरों को पकड़ने के बाद गिरोह के मुखिया तक पहुंचने तक कार्रवाई जारी रखनी होगी। धोखाधड़ी के मामलों में नोटिस देने तक सीमित ना रहे। अपराधियों को जेल भेजने का काम भी पूरा किया जाए। सभी प्रभारी अपने अपने क्षेत्र में लगातार विजिलेंट करते रहें। कानूनी कार्रवाई को ​गतिमान रखे। नियमों के अंतर्गत बदमाशों पर गैंगस्टर/एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई की जाए।
पुलिस कार्यालय रोशनाबाद मासिक अपराध समीक्षा बैठक से पूर्व एसएसपी अजय सिंह ने जवानों का सैनिक सम्मेलन में उनकी समस्याओ को सुना और निस्तारण किया। अन्य समस्याओं के निवारण हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गये। तत्पश्चात कप्तान अजय सिंह ने अप्रैल माह के दौरान अपनी लगन और मेहनत के दम पर क्राइम कंट्रोल और बड़ी वारदातों के अनावरण में उत्कृष्ठ एंव सराहनीय भूमिका निभाने वाले 26 जवानों के कार्यों की तारीफ करते हुए चयनित पुलिस कर्मियों को प्रशस्तिपत्र व पुरुस्कार देकर सम्मानित किया।
सम्मानित पुलिस कर्मियों के मनोबल को बनाये रखने हेतु समस्त जवानों के साथ तस्वीर खिंचवाने के पश्चात अजय सिंह ने जनपद के विभिन्न पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में अपराध गोष्ठी माह अप्रेल की शुरुआत की।
जनपद हरिद्वार में विगत माह हुए अपराधों एवं दर्ज मु
कदमों के अनावरण अपड़ेट लेते हुए क्राइम कंट्रोल और केस वर्कआउट में और अधिक सक्रियता से काम करने एवं रिजल्ट देने के स्पष्ट निर्देश दिए।
एसएसपी अजय सिंह के निर्देश
1-समस्त थाना प्रभारी महिला संबंधी अपराधों को गम्भीरता से लेते हुए जो नई-नई तकनीकियों का प्रयोग करते हुए उसी के अनुरूप गहनता से विवेचना संपादित करें जिससे की मा0 न्यायालय से पीड़ित को न्याय एंव अभियुक्त को सजा मिल सके।
2-थानों में विगत कुछ दिनों से 110g के अंतर्गत कार्यवाही कम हो रही है। समस्त क्षेत्राधिकारी अपने अपने सर्किलों में इसकी समीक्षा करें।
3-रुड़की क्षेत्र में बड़े स्तर की कुछ चोरियां हुई है उनका वर्कआउट क्यों नहीं हो पा रहा। जल्द खुलासे का दिया अल्टीमेटम।
4-चोरी सम्बन्धी मामलों में चोरों की चेन को तोड़ना है, एक चोर को पकड़ने से काम नहीं चलेगा उनके गिरौह की तह तक जाते हुये पता करें कौन-कौन इससे जुड़े हुए है उनके दरवाजे भी खटखटाये जायें।

5-बलवा के केसों में सर्किल क्षेत्राधिकारी सही प्रकार से घटना का परीक्षण करें उसे खत्म करें बिना बात पेंडेंसी ठीक नहीं है विवेचक विवेचना को अनावश्यक रुप से लंबी न खीचें। थानों में जो बलवे के मुकदमे दर्ज हैं उनमें कई लोग नामजद है उनको विवेचना में मिले साक्ष्यों के आधार पर यथाशीघ्र तय करना है कौन अभियुक्त है और कौन नहीं। कोई बेकसूर व्यक्ति जेल नहीं जाना चाहिए।

7-वाहन चोरियों/ चोरी में रिकवरी प्रतिशत बहुत कम है थाना स्तर से टीम गठित कर उक्त अपराधों को गम्भीरता से लेते हुए सुरागरसी -पतारसी बढ़ाएं रिकवरी को शतप्रतिशत बढाने का प्रयास करें।

8-चार धाम यात्रा चल रही है सभी लोग अपने-अपने थाना क्षेत्रों में जिन महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं लगवा ले कंट्रोल रूम प्रभारी लगातार सीसीटीवी कंट्रोल रूम से राउण्ड द क्लॉक माउंटिंग करते रहेंगे।

9-कबाड़ों के गोदामों में रेन्ड़म चैकिंग करवायी जाए। एसपी देहात/नगर दिन/ समय फिक्स करें और की गई कार्यवाही से अवगत कराएंगे।
10-गोकशी के प्रकरणों में सही अभियुक्तों को ही विवेचना में लाया जाए साथ ही पर्याप्त साक्ष्य प्राप्त किए जाएं। गौकशी वाले मामलों में नामजदगी गलत नहीं होनी चाहिए। सभी थाना प्रभारी इस बात को गम्भीरता से लें।
11-शिकायती प्रकरण अलग-अलग माध्यमों से प्राप्त हो रहे हैं जिनमें में निर्धारित समय के अनुसार संबंधित पुलिस अधीक्षक अपने-अपने नगर /देहात के थानों की समीक्षा करें, लापरवाह थानाध्यक्षों को चिन्हित कर अवगत करायें।
12-सीएम हेल्पलाइन एवं सीपीग्राम में ऑनलाईन प्राप्त होने वाली शिकायतों का निर्धारित समय के अन्तर्गत निस्तारण नहीं हो रहा है जो उचित नहीं है सम्बन्धित प्रभारी प्रथामिकता के आधार पर जल्द से जल्द निस्तारण करें। क्योंकि ये शिकायते टाईम बाउण्ड़ होती है जो निर्धारित समय के पश्चात L-1 से L-2 एंव L-2 से L-3 स्वतः ऑनलाइन चली जाती है इसपर मुख्यालय स्तर से आपत्ति लगाई जाती है।
13-ऑनलाइन ठगी करने वाले अपराधियों को कैसे पकड़ा जाए, उस पर कार्य योजना बनाते हुए काम करें बडे अपराधों में थाना प्रभारी स्वयं मोनिटर करें बड़े फाइनेशल फॉड़ थाना प्रभारी स्वयं मॉनेटेरिंग करें केवल 41 का नोटिस देकर काम नहीं चलेगा तथ्यों का गहन विवेचन कर वैज्ञानिक एंव इलेट्रानिक साक्ष्यों के आधार पर नियमानुसार अभियुक्तों की गिरफ्तारी करें।
14-समस्त थाना प्रभारी/ यातायात प्रभारी आगामी कांवड़ मेले को देखते हुए अपने-अपने थाना क्षेत्रों में क्या–क्या व्यवस्था होनी है उसके लिये ड़िमाण्ड़ पुलिस अधीक्षक नगर को उपलब्ध करादेंगे, लास्ट मूमेंट पर किसी की कोई डिमांड स्वीकार नहीं की जाएगी और सम्बन्धित प्रभारी की लापरवाही मानी जायेगी।
15- 420/धोखाधड़ी के केसों में मेन मास्टरमाइंड तक पहुंचा जाए केवल 41 सीआरपीसी के नोटिस देने से कार्रवाई नहीं होती ऐसे में तो अपराध और बढ़ेंगे हमें पूरी कड़ी की जांच करनी है।
16- मई लास्ट एंव जून में स्कूलों की छुट्टी पड़ने वाली है जिससे चार धाम यात्रा के दृष्टीगत हरिद्वार में यातायात का दबाव बढना स्वाभाविक है जिससे समस्त थाना प्रभारी एंव यातायात प्रभारी अपने अपने क्षेत्रों में सुव्यवस्थित यात्रामार्ग एंव यातायात व्यवस्था बनायेंगे जिससे यात्रा काल के दौरान जाम की स्थिति उत्पन्न न हो।
सैनिक सम्मेलन एवं अपराध गोष्ठी के दौरान एसपी क्राइम/ट्रैफिक रेखा यादव, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, सीओ लक्सर मुकेश ठाकुर, सीओ सिटी जूही मनराल, co रुड़की पल्लवी. सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल सहित सभी थाना प्रभारी, शाखा प्रभारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे l



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