नवीन चौहान
सड़क सुरक्षा सप्ताह अभियान के दौरान पुलिस व परिवहन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में मास्टर ट्रैनर ने सड़क दुर्घटना में घायलों को बचाने के महत्वपूर्ण टिप्स दिए। घायलों को अस्पताल पहुंचाने से पूर्व दी जाने वाली प्राथमिक टीटमेंट की बारीकी से जानकारी दी। पुलिस, परिवहन विभाग और टैक्सी मैक्सी यूनियन से जुड़े तमाम लोगों ने घायलों को बचाने का प्रशिक्षण लिया।
हरिद्वार बाईपास मार्ग स्थित एक होटल में एसपी ट्रैफिक आईपीएस आयुष अग्रवाल ने 31वॉ सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि 11 जनवरी 2020 से शुरू हुए सड़क सुरक्षा सप्ताह में पुलिस व परिवहन विभाग विभिन्न तरीकों से जनता को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्तियों को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। वाहन चलाने के दौरान बेहद सावधानी रखने की जरूरत होती है। अक्सर लापरवाही के चलते ही दुर्घटनाएं होती है।
रेड लाइट क्रॉसिंग पर कुछ पलों का इंतजार करना चाहिए। अभिभावकों को नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने से रोकना चाहिए। नाबालिगों के वाहन से दुर्घटना घटित होने पर अभिभावकों को मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। इसी अवसर पर मास्टर ट्रैनर मनीष कैशनियाल ने पुलिस, परिवहन, टैक्सी मैक्सी यूनियन व सामाजिक संगठनों के लोगों को दुर्घटना में घायल पीड़ित को बचाने के महत्वपूर्ण तरीके सिखाए। इस दौरान डैमो करके दिखाया गया। घायलों को बचाने के बेहद आसान तरीके किसी की जिंदगी को बचा सकते है।
बताते चले कि मनीष कैशनियाल उत्तराखंड के एकलौते मास्टर ट्रैनर है। जो घायलों को बचाने में महारथ हासिल किए हुए है। उनकी इस काबलियत के चलते साल 2015 में राज्यपाल अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। पूरे भारत में 10 मास्टर ट्रैनर है। जिसमें से उत्तराखंड से मनीष है। मनीष ने सीपीयू के जवानों, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के कर्मचारियों को घायलों को बचाने के कई अनोखे और आसान तरीके बताए। एआरटीओ सुरेंद्र कुमार, कनखल क्षेत्राधिकारी बिजेंद्र दत्त डोभाल, यातायात निरीक्षक विपेंद्र कुमार ने भी यातायात नियमों का पालन करने के लिए सभी को प्रेरित किया। वही टैक्सी मैक्सी यूनियन से बंटी भाटिया, धर्मेंद्र मिश्रा समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।