नवीन चौहान, हरिद्वार। शांतिकुंज प्रमुख डा. प्रणव पाण्ड्या ने कहा कि न तो हमें राहुल गांधी की शक्ल पसंद है और न ही कांग्रेस की नीतियां। यदि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शांतिकुंज आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। जैसे आमजन दर्शनों के लिए आते हैं राहुल गांधी भी वैसे ही आकर दर्शन कर सकते हैं, किन्तु उन्हें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की तरह सम्मान नहीं दिया जा सकता। ऐसा कहकर डा. पण्ड्या ने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की नीतियों को पसंद करते हुए अपना समर्थन दे दिया है। बुधवार को हरिहर आश्रम कनखल में धर्मसंघ परिषद की बैठक के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कही।
विदित हो कि डा. पण्ड्या ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आगमन के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा था कि सरकार के कार्य के आंकलन का कार्य हमारा नहीं जनता के विवेक पर निर्भर है और शांतिकुंज कोई फतवा जारी नहीं करता। इस बयान के बाद भाजपा को झटका लगा था। इस बयाने के बाद बैकफुट पर आए डा. प्रणव पण्ड्या ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के हरिद्वार के हरिहर आश्रम पहुंचाने और उनसे मुलाकात के बाद दिया। ऐसा कहकर उन्होंने भाजपा के समर्थन में खु बुधवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डा. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि अमित शाह के आने पर जो बयान उन्होंने दिया था वह आज भी उस पर कायम हैं। गंगा के लिए जो कार्य किया जाना था वह नहीं हो पाया। शांतिकुंज 2026 तक अपने लक्ष्य को पूरा करते हुए गंगा को स्वंय साफ कर देंगे, किन्तु सरकार के सहयोग की आवश्यकता महानगरों में जहां बड़े कारखाने हैं और उनका विषैला पानी सीधे गंगा में प्रवाहित होता है। उन्हें रोकने के लिए सरकार की आवश्यकता है। कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकारों का ही काम नहीं है। अकेले सरकार इस कार्य को नहीं कर सकती। पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को जागरूक होना पड़ेगा और शांतिकुंज जागरूकता के कार्य को बखूबी कर रहा है। राम मंदिर निर्माण के संबंध में उन्होंने कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। जब तक न्यायालय का कोई निर्णय नहीं आ जाता तब तक इस पर कुछ कहना उचित नहीं है। बताया कि बैठक में सामाजिक समरसता, पर्यावरण, गंगा के अतिरिक्त दलितों की कन्याओं के उत्थान के संबंध में चर्चा हुई। धर्मयात्रा परिषद शीघ्र ही दिल्ली या हरिद्वार में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेगा।