जोगेंद्र मावी
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सूझबूझ और उत्तराखंड जिला प्रशासन की मुस्तैदी के चलते भयंकर आपदा में भी जनता को राहत मिल गई है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर जिला प्रशासन ने राहत बचाव कार्यो में मुस्तैदी दिखाई। गंगा घाट किनारे निवास करने वाले लोगों को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया। जनता के भोजन और पानी की व्यवस्था कराई गई।
एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू आप्रेशन चलाया। जिसके चलते जनता को राहत मिल सकी। हरिद्वार की बात करें तो जिलाधिकारी सी रविशंकर ने भी तत्काल अलर्ट जारी कर दिया।
बताते चले कि उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ के पास तपोवन क्षेत्र में ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट पर एक बड़ा ग्लेशियर गिरने से बांध टूटने से अलकनंदा में भारी पानी आने से तबाही मच गई। भयंकर पानी को देख जोशीमठ में अफरा तफरी का माहौल हो गया। लोगों में दशहत मच गई। आपदा की इस घड़ी में चमोली जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने मोर्चा संभालते हुए प्रशासन और पुलिस को राहत और बचाव कार्यो में जुटा दिया। जनता को सुरक्षित बचाने के प्रयास किए जाने लगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी स्वाति भदौरियां से बातचीत कर हालात का जायजा लिया। जिसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन और डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग घटनास्थल जोशीमठ के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनता को सुरक्षित बचाने का भरोसा दिया और राहज बचाव कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए।
एसएसपी ने डैम का निरीक्षण करते हुए दिए निर्देश
उत्तराखंड जनपद के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने की घटना की सूचना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार सैंथिल अबुदई कृष्ण राज एस ने लालजी वाला डाम व अन्य नदी के किनारों का निरीक्षण करते हुए खतरे से निपटने हेतु जनपद के पुलिस अधिकारियों एवं फायर रेस्क्यू टीम और एसडीआरएफ टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। साथ ही क्षेत्र में थाना प्रभारी को बराबर लाउडस्पीकर के माध्यम से क्षेत्र की जनता को सतर्क रहने व स्थिति अनुसार स्थान तत्काल खाली करने की हिदायत दी गई तथा पुलिस बल को मय रेस्क्यू सामान के, तैयारी की दशा में रहने हेतु निर्देशित किया गया। जनपद हरिद्वार पुलिस द्वारा स्थिति पर बराबर नजर रखी जा रही है।