स्वामी पूर्णानंद डिग्री कॉलेज पर छात्रवृत्ति घोटाले का मुकदमा दर्ज




नवीन चौहान
स्वामी पूर्णानंद डिग्री कॉलेज ऑफ टैक्निकल एजुकेशन के विरूद्ध फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर सरकारी धन को अवैध रुप से हासिल करने का मुकदमा पंजीकृत कराया है। उक्त धनराशि छात्रवृत्ति का गबन करने के आरोप में किया गया है।
उच्च न्यायालय, नैनीताल के आदेश पर प्रदेश के 11 जनपदों (देहरादून एवं हरिद्वार को छोड़कर) में वर्ष 2012-2016 तक बांटी गयी दशमोत्तर छात्रवृत्ति की जांच के लिए संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने जनपद टिहरी गढ़वाल के मुनि की रेती स्थित पूर्णानंद डिग्री कॉलेज में छात्रवृत्ति घोटाले की जांच पूरी करने के बाद मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की।
बताते चले कि स्वामी पूर्णानंद डिग्री कॉलेज ऑफ टैक्निकल एजुकेशन की शिकायत थी कि इसमें विभिन्न जनपदों के छात्रों को फर्जी तरीके से एससी,एसटी और ओबीसी वर्ग में शामिल दर्शाकर संस्थान में दाखिला दिखाकर अनियमित्ता की गई है। प्रारम्भिक जॉच में पाया गया कि पूर्णानंद डिग्री कॉलेज का संचालन वर्ष 2012 से हो रहा है उक्त महाविद्यालय को जिला समाज कल्याण विभाग टिहरी गढ़वाल द्वारा वर्ष 2014-15 में छात्रवृत्ति दी गई है। इस वर्ष कॉलेज के 53 अनुसूचित जाति के छात्र छात्राओं द्वारा छात्रवृत्ति प्रदान करने हेतु आवेदन किया गया था, जिसपर जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा 47 छात्र छात्राओं को प्रति छात्र 33 हजार रुपये के हिसाब से छात्रवृत्ति दी गई। जबकि कॉलेज प्रबन्धन द्वारा मात्र 25 छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति वितरित की गई। छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले इन 25 छात्रों का प्रवेश वर्ष 2014-15 में ही बीएससी कक्षा में हुआ था, जो विद्यालय से छात्रवृत्ति प्राप्त करने के उपरान्त बिना परीक्षा दिये ही कॉलेज छोड़ कर चले गये। कॉलेज के अभिलेखों में इन छात्रों का पता व मोबाईल नं0 भी स्पष्ट अंकित नहीं है।  छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले इन सभी छात्र छात्राओं का पूर्णानंद डिग्री कॉलेज में दाखिला ऋषिकेश निवासी नरेन्द्र पंवार द्वारा कराया गया है। अधिकतर आवेदन पत्र पर नरेन्द्र पंवार नाम के व्यक्ति का मोबाईल नं0 होना पाया गया है। जॉच के दौरान यह मोबाईल नं0 स्विच ऑफ पाया गया।
इन छात्रों के खाते कैलाश गेट मुनि की रेती स्थित अर्बन अल्मोड़ा को-ऑपरेटिव बैंक में खोले गये। बैंक द्वारा प्रत्येक 25 छात्रों के बैंक खाते में 33 हजार रुपये छात्रवृत्ति आना बताया गया। स्वामी पूर्णानंद डिग्री कॉलेज ऑफ टैक्निकल एजुकेशन ने बैंक को छात्रों द्वारा एक पत्र लिखवा कर उनके खाते में आयी 30-30 हजार की धनराशि को कॉलेज के कैनरा बैंक ऋषिकेश में आरटीजीएस किया गया तथा 2500 रुपये स्वयं छात्रों द्वारा निकालना प्रदर्शित किया गया।
अर्बन अल्मोड़ा को-ऑपरेटिव बैंक से छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं के केवाईसी फॉर्म से प्राप्त मोबाईल नंबरों से बात करने पर पता चला कि गांव मलेथा देवप्रयाग टिहरी गढ़वाल में वर्ष 2014-15 में कुछ लोग उनके पास आये थे, पूर्णानंद कॉलेज में निशुल्क एडमिशन कराने एवं कुछ पैसे देने की बात कहकर सभी ने इनके द्वारा लाये गये फॉर्म और अभिलेखों में हस्ताक्षर कर दिये थे। जबकि यह छात्र कभी भी कॉलेज नहीं गये और ना ही कोई परीक्षा दी। कुछ समय बाद उन्हें अर्बन अल्मोड़ा को-ऑपरेटिव बैंक ऋषिकेश बुलाया और अभिलेखों में हस्ताक्षर करते हुए 2500 रुपये दिये गये।
जिला समाज कल्याण कार्यलय टिहरी गढ़वाल द्वारा स्वामी पूर्णानंद डिग्री कॉलेज ऑफ टैक्निकल एजुकेशन को वर्ष 2014-15 में 47 छात्र छात्राओं का 33 हजार रुपये प्रति छात्र के हिसाब से कुल 15,51,000 रुपये की छात्रवृत्ति दी गई। जॉच के दौरान जिला समाज कल्याण कार्यलय ने जिन 47 छात्रों की सूची उपलब्ध कराई उनमें से 9 छात्र छात्राओं के नाम कॉलेज की सूची में नहीं पाये गये। कॉलेज द्वारा अपनी सूची में मात्र 25 छात्रों को छात्रवृत्ति आवंटित करना दर्शाया गया है। दोनों सूची का मिलान किया गया तो 13 छात्रों के नाम सूची में अंकित होना पाया गया। किन्तु इन्हें छात्रवृत्ति वितरित की गई या नहीं यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
जॉच से  स्वामी पूर्णानंद डिग्री कॉलेज ऑफ टैक्निकल एजुकेशन, कैलाश गेट मुनि की रेती द्वारा समाज कल्याण विभाग के साथ सांठगांठ करते हुए लगभग 14,88,500 रुपये की धनराशि का दुर्विनियोग/गबन किया जाना प्रकाश में आया है। कूट रचित दस्तावेजों से सरकारी धन अवैध रुप से प्राप्त करने के आरोप में स्वामी पूर्णानंद डिग्री कॉलेज ऑफ टैक्निकल एजुकेशन के विरुद्ध थाना मुनि की रेती में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
विदित हो कि संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक पी एम की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने 26 सितम्बर 2019 से अभी तक धोखाधड़ी करने वाले संस्थानों के विरुद्ध 09 मुकदमे दर्ज किए है। जिसमें से ( 04 ऊधमसिंहनगर, 03 नैनीताल,02 टिहरी  गढ़वाल) में दर्ज कराए गए है। एसआईटी की टीम इन मुकदमों की विवेचना कर रही है।



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