नवीन चौहान
एसडीएम गोपाल चौहान ने रोशनाबाद के समीप आन्नेकी हेतमपुर गांव में एक फर्जी पैट्रोल पंप का भंडाफोड किया है। आरोपी संचालक बिना किसी परमिशन के मशीन लगाकर पैट्रोल बेचने का काम धडल्ले से कर रहे थे। लेकिन एसडीएम ने आरोपियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। पैट्रोल पंप को सीज कर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई के लिए जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देशित कर दिया गया है।
गुरूवार को एसडीएम गोपाल चौहान को आन्नेकी हेतमपुर में बिना अनुमति के पैट्रोल पंप संचालित होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही तत्काल एसडीएम गोपाल चौहान मौके पर पहुंच गए। पैट्रोल पंप पर एक कर्मचारी पैट्रोल बेच रहा था। जब एसडीएम ने पूछताछ की और इसका अनुमति संबंधी दस्तावेज दिखाने को कहा तो वह बहाना बनाने लगा। तेल डालने वाले युवक ने अपना परिचय बतौर सेल्समैन के रूप में दिया तथा अपना नाम नवाब अली पुत्र लियाकत निवासी रूडकली, तहसील जानसठ, मुजफ्फरनगर यूपी बताया। नवाब ने बताया कि वह सात हजार के वेतन पर चार दिन पूर्व ही नौकरी करने आया है। नवाब ने एसडीएम गोपाल चौहान को बताया कि इस पैट्रोल पंप के संचालक इकराम पुत्र हाजी यासीन निवासी पुरकाजी है। एसडीएम की तमाम पूछताछ में सामने आया कि इस पैट्रोल पंप की फायर से कोई अनुमति नही है। बायो डीजल की अनुमति लेने की आड़ में पैट्रोल बेचने का कार्य कर रहे है। जबकि बायो डीजल की कोई अनुमति नही है। फिलहाल जिला प्रशासन इस पूरे खेल से परदा उठाने की तैयारी कर रहा है।
गोपाल चौहान की मुस्तैदी
एसडीएम गोपाल चौहान की मुस्तैदी और सतर्कता के चलते इस फर्जी पैट्रोल पंप का भंडाफोड़ हो गया। ऐसे में अगर इस पंप पर कोई अनहोनी घटित हो जाती तो जिला प्रशासन की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ जाती। जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर फर्जी पैट्रोल पंप का संचालित होना प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है। लेकिन एसडीएम गोपाल ने अपने फर्ज को पूरी कर्तव्यनिष्ठा से निभाया और आरोपियों के मंसूबे नाकाम कर दिये। इसी के साथ एक अनहोनी को भी टाल दिया।