नवीन चौहान
एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने रवन्ने के खेल से पर्दा हटाया है। वाहन चालक एक रवन्ने पर कई चक्कर लगाकर उत्तराखंड सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में एसडीएम ने एक डंपर हो सीज किया है। एसडीएम की सक्रियता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रत्येक क्षेत्र के अवैध कारोबार करने वालों पर लगातार शिकंजा कस रहे है। लगातार छापेमारी कर रहे है। जिसके चलते अवैध कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
एसडीएम गोपाल सिंह चौहान शनिवार की दोपहर 12 बजे भोगपुर में सरकारी कार्य के लिए जा रहे थे। इसी दौरान उन्होंने खनन सामग्री ले जाते हुए एक वाहन को रोकने का इशारा दिया। चालक ने वाहन रोक दिया। जिसके बाद एसडीएम गोपाल चौहान ने वाहन में भरी खनन सामग्री के संबंध में पूछताछ शुरू कर दी। चालक से खनन सामग्री के रवन्ने को दिखाने को कहा। तो चालक ने रवन्ना दिखा दिया। रवन्ना सुबह करीब साढ़े आठ बजे का था। जब चालक से पूछा से गया कि सामग्री कहा जा रही है तो उसने बताया कि होट मिक्स प्लांट पर माल जा रहा है। जब पूछा गया कि होट मिक्स प्लांट की दूरी कितनी है। तो चालक ने बताया कि निर्धारित स्थान की दूरी मात्र मिनट की थी। एसडीएम गोपाल चौहान का संदेह गहरा गया। सुबह 8 बजे का भरा हुआ माल दोपहर 12 बजे तक एक दो चक्कर अधिक लगा चुका होगा। एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने तत्काल वाहन को सीज करने के आदेश दिए और संबंधित थाने की पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने वाहन अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। एसडीएम गोपाल चौहान लगातार खनन माफियाओं के ठिकानों पर दविश दे रहे है। एक सप्ताह के भीतर लाखों का जुर्माना लगाकर राज्य सरकार के कोष में इजाफा किया है। लेकिन सरकारी कार्य में जाने के दौरान खनन वाहनों की चेकिंग करना उसकी सक्रियता और कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है। अगर सभी सरकारी अधिकारी इसी तरह अपनी डयूटी को निभाए तो चोरों के मंसूबे नाकाम हो जायेंगे। बताते चले कि जिलाधिकारी सी रविशंकर अवैध खनन की रोकथाम के लिए पूरी संजीदगी से कार्य कर रहे है। उनके निर्देशों पर प्रशासनिक अधिकारियों की टीम पूरी तरह से अलर्ट है। यही कारण है कि करीब एक माह से खनन माफियाओं के मंसूबों पर काफी पानी फिर चुका है। जिला प्रशासन की सजगता के चलते अवैध खनन पर काफी हद तक अंकुश लगा है। कुछ क्रेशर संचालकों के संरक्षण में बुग्गियों से अवैध खनन जरूर हो रहा है। अलवत्ता जेसीबी और एचएम के जरिए अवैध खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित हो गया है।