नवीन चौहान
उत्तराखंड के कर्तव्यनिष्ठ अफसर ने अपने फर्ज को निभाया तो पीड़ित को प्रमाण पत्र मिल पाया। पीड़ित ने प्रमाण पत्र के लिए जिलाधिकारी से लेकर तमाम प्रशासनिक अफसरों से गुहार लगाई थी। लेकिन जब डीएम को पीड़ित की समस्या का पता चला तो तत्काल पीड़ित के दस्तावेज बनाने के निर्देश जारी किए। पीड़ित के चेहरे पर संतुष्टि का भाव और उत्तराखंड के अधिकारियों के प्रति सम्मान की भावना प्रबल हुई है।
टिहरी गढ़वाल के ग्राम जखोली, तहसील गजा निवासी मनोज बिजल्वाण को ईडब्लूएस प्रमाण पत्र की बेहद सख्त जरूरत थी। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए ईडब्लूएस प्रमाण पत्र अनिवार्य होता है। मनोज बिजल्वाण ने प्रमाण पत्र बनाने के लिए तहसील नरेंद्र नगर में आवेदन किया। लेनिक उनकी कोई सुनवाई नही हुई। कई दिनों तक चक्कर लगाने के बाद पीड़ित मनोज ने जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल ईवा आशीष श्रीवास्तव को अपनी समस्या से अवगत कराते हुए प्रमाण पत्र को जल्दी बनवाने के लिए पत्र लिखा। डीएम ईवा श्रीवास्तव को जब पीड़ित की समस्या की बाबत पत्र मिला तो उन्होंने तत्काल तहसील प्रशासन को तत्काल प्रभाव से नियमानुसार प्रमाण पत्र बनाने के निर्देशित किया। डीएम के निर्देशों का पालन करते हुए बीडीओ फकोट ने नायाब तहसीलदार गजा उपेंद्र सिंह राणा को पीड़ित मनोज के प्रमाण पत्र की जांच करने के भेजा।
नायाब तहसीलदार उपेंद्र सिंह राणा ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए पीड़ित के तमाम दस्तावेजों की जांच की और प्रमाण पत्र जारी कर दिया। पीड़ित मनोज विजल्वाण ने प्रमाण पत्र हासिल करने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए एक पत्र जिलाधिकारी को लिखा। इस पत्र में उन्होंने जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि अधिकारी कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगे तो जनता के बीच उनका सम्मान बढ़ेगा और सरकारी मशीनरी पर विश्वास कायम होगा।