नवीन चौहान
प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने आनलाइन सम्बद्धता पोर्टल लांच किया है। कुलपति डॉ पीपी ध्यानी का कहना है। कि आनलाइन पोर्टल से समयबद्ध एवं पारदर्शी होंगे सम्बद्धता कार्य।
वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने 19 जून, 2021 को
3ः00 बजे विश्वविद्यालय का आनलाइन ऐफिलिएशन पोर्टल लाॅंच किया। विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ0 पीताम्बर प्रसाद ध्यानी द्वारा आनलाईन सम्बद्धता पोर्टल का विधिवत रूप से शुभारम्भ किया गया। डाॅ0 ध्यानी ने पोर्टल लाॅंच करते समय कहा कि सत्र 2021-22
से विश्वविद्यालय से सम्बद्धता लेने, निरीक्षण पैनल गठित किये जाने हेतू आवेदन और
निरीक्षण हेतु पैनल गठन से संबंधित समस्त कार्य आज से विधिवत रूप से पोर्टल के माध्यम से शुरू हो गये हैं।
डाॅ0 ध्यानी ने कहा कि आनलाईन पोर्टल से होने वाले सम्बद्धता संबंधी कार्यों में और पारदर्शिता आएगी व समय से सम्बद्धता सम्बन्धी कार्यों का निराकरण होगा। सम्बद्धता पोर्टल में इस वर्ष से संस्थानों द्वारा आनलाईन प्रशिक्षण हेतु किये गये प्रयास व कुलाधिपति द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों के क्रम में संस्थानों द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस, अन्तर्राष्ट्री योग0 दिवस तथा संस्थानों द्वारा गोद लिये गये गांवों का संक्षिप्त विवरण भी आनलाईन ऐफिलिएशन पोर्टल में अपलोड करने की व्यवस्था की गई है।
आनलाइन पोर्टल लाॅच कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के कुलसचिव आर0पी0 गुप्ता ने किया, उन्होंने कहा कि कुलपति महोदय के मार्गदर्शन से ही हम विश्वविद्यालय के इस आनलाईन सम्बद्धता पोर्ट ल का शुभारम्भ कर पाये हैं। विश्वविद्यालय, कुलपति के दिशा-निर्देशन में सभी कार्यों को समय से किये जाने का हरसम्भव उचित प्रयास कर रहे हैं ताकि यह विश्वविद्यालय तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश ही नहीं बल्कि देश और दुनियां के पटल पर अपनी छाप छोड़ सके।
कार्यक्रम के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव आर0पी गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डाॅ0
पी0के0 अरोड़ा, वित्त नियंत्रक श्रीमती कबिता नबियाल, सहायक लेखा अधिकारी सुरेश चन्द्र आर्य, चन्द्र सिंह बगियाल निजी सचिव कुलपति, पंकज कुमार गोयल निजी सचिव, कुलसचिव, सुनील कुमार, आई0टी0 सैल से गौरव भण्डारी व विश्वविद्यालय से सम्बद्ध संस्थानों के लगभग 82 सदस्यों ने प्रतिभाग किया।
ये पोर्टल की खासियत
— वर्ष 2021-22 सत्र हेतु केवल एक माह 19 जून 2021 से 19 जुलाई, 2021 तक ही
खुलेगा विश्वविद्यालय का आनलाईन पोर्टल, उसके बाद आवेदन स्वीकार्य नहीं।
— सम्बद्धता हेतु आवेदन न करने वाले संस्थानों/महाविद्यालयों की सत्र 2021-22 से सम्बद्धता
होगी रद।
— पूर्व में स्वीकृत सीटों से, बिना विश्वविद्यालय के अनुमोदन के, एक भी सीट अधिक प्रवेश हुए तो परीक्षाएं नहीं करायेगा विश्वविद्यालय।
— आनलाईन प्रक्रिया से सम्बद्धता प्रक्रिया होगी जवाबदेही और पारदर्शी, महाविद्यालयों की समय
और धन की बचत होगी और भ्रष्टाचार पर लगेगा अंकुश।
— मानक न पूरे करने वाले संस्थानों/महाविद्यालयों को अब नहीं मिलेगी तिकड़मबाजी से
सम्बद्धता।