नवीन चौहान
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाओं में नकल पकड़ने के लिए कुलपति डॉ पीपी ध्यानी 3 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी टिहरी गढ़वाल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कोई छात्र अनुचित सामग्री के साथ तो नहीं पकड़ा गया लेकिन कुलपति ने सभी छात्रों को नकल साम्रग्री का उपयोग नही करने की कड़ी हिदायत दी गई। वही दूसरी ओर देहरादून के एक कॉलेज से दो छात्राएं और एक छात्र नकल करते हुए रंगेहाथों पकड़े गए।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर पी पी ध्यानी नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। सेमेस्टर परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए अभिवन प्रयोग कर रहे है। इसी क्रम में उन्होंने 3 फरवरी 2020 को डॉ पीपी ध्यानी, कुलपति ने प्रथम पाली में ओकारानन्द सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग, टिहरी गढ़वाल का औचक निरीक्षण किया गया। मोटर मार्ग बाधित होने के बाबजूद करीब 3 किमी पैदल चलकर कुलपति डॉ पीपी ध्यानी परीक्षा केन्द्र राजकीय महाविद्यालय चन्द्रबदनी, नैखरी, टिहरी गढ़वाल पहुंचे। इस दौरान कोई भी अनियमितता एवं अनुचित साधन प्रयोग का मामला प्रकाश में नहीं आया।
दूसरी ओर परीक्षा नियन्त्रक की संस्तुति के आधार पर डॉ पीपी ध्यानी, कुलपति, श्री देवसुमन उत्तराखण्ड विवि, बादशाहीथौल, टिहरी गढ़वाल द्वारा परीक्षा केन्द्र जसपाल राणा इन्स्टीटयूट आफ मैनेजमेन्ट, पौधा, वाया प्रेमनगर, देहरादून को श्री देव भूमि इंस्टीट्यूट आफ एजूकेशन सांइस एण्ड टैक्नोलॉजी, पौधा, वाया प्रेमनगर, देहरादून में स्थानान्तरित किया गया।
3 फरवरी 2020 को विश्वविद्यालय की प्रथम पाली में डॉ आरएस चौहान, परीक्षा नियन्त्रण, एसडी नौटियाल आदि ने सम्बद्ध कई संस्थानों का नकल विहीन कराये जाने के उद्देश्य से निरीक्षण किया गया। परीक्षा केन्द्र मुख्य मार्ग से लगभग 200 मीटर की दूरी पर अवस्थित है। टीम के मुख्य गेट पर पहुंचने पर मुख्य गेट पर ताला पाया गया। करीब पांच मिनट बाद वैक्लिपक मार्ग से संस्थान में पहुंचने पर तीन कक्षों में परीक्षा आयोजित की जा रही थी। दो छात्राएं व एक छात्र अनुचित सामग्री का प्रयोग करते हुए मिले। जिन्हे निकाल दिया गया। संस्थान की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए नकल विहीन परीक्षा कराए जाने के उदेदश्य से संबंधित संस्थान की पांच फरवरी 2020 से वीपीएड एवं एमपीएड की आगामी परीक्षाएं संपन्न कराये जाने के लिए परीक्षा केंद्र निकटवर्ती संस्थान में श्रीदेवभूमि इंस्टटीयूट आफ एजूकेशन सांइस एंड टेक्नालाजी में स्थानांतरित करने की संस्तुति की गई।