योग केंद्र को सर्वोत्तम केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा: मुख्यमंत्री




नवीन चौहान
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शनिवार को अपने भागीरथीपुरम स्थित आवास से सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के योग विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित अन्तरराष्ट्रीय वेबिनार को शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय द्वारा वेबिनार के माध्यम से योग को आम जन तक ले जाने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में ऋषि, मुनियों एवं योग साधकों द्वारा प्राचीन समय से ही योगाभ्यास किये जाते रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का कार्य किया। 2015 से प्रत्येक 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि योग मनुष्य को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है। योग को अपनी नियमित दिनचर्या में लाना जरूरी है। योग की वजह से भारत की विश्व स्तर पर अलग पहचान है।

उदघाटन समारोह में कुलपति प्रो. एनएस भंडारी व स्वामी विवेकानन्द योग अनुसन्धान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. एचआर नागेन्द्रम के बीच दोनों स्वामी विवेकानन्द के साहित्य,शोध एवम योग पर एमओयू करने की सहमति बनी।

योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय एवम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर ऑफ यौगिक साइंसेज के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय बेबीनार का उदघाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, स्वामी विवेकानन्द योग संस्थान विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. एचआर नागेन्द्रम, कुलपति प्रो. एनएस भंडारी व विभागध्यक्ष व बेबीनार संयोजक डॉ नवीन भट्ट द्वारा किया गया।

कुलपति प्रो. एनएस भंडारी ने कहा कि योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से योग विज्ञान विभाग को योग का सर्वोत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित करने हेतु आवश्यक सुविधाएं व ढांचा हेतु कार्यवाही करने का निवेदन किया। उन्होंने योग विभाग द्वारा निरंतर समाज हित मे किये जा रहे कार्यो की जानकारी मुख्यमंत्री को दी।

कार्यक्रम की भूमिका बताते हुए योग विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट ने अतिथियों को योग विज्ञान विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए कहा कि योग विज्ञान विभाग द्वारा निरन्तर समाज हित में कार्य हो रहे है। विभाग अनेकों सेमिनारों, कार्यशालाओं, प्रशिक्षण शिविरों, जनजागरण कार्यक्रमों, रक्तदान, स्वच्छता, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण आदि कार्यक्रमों से समाज को लाभान्वित कर रहा है।

योग विज्ञान विभाग का उद्देश्य बताते हुए कहा कि योग विज्ञान विभाग का उद्देश्य गुणवत्तापरक शिक्षा के साथ ही ऐसी पीढ़ी का निर्माण करना जो राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें। बेबीनार के संयोजक डॉ नवीन भट्ट ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने अल्मोड़ा को एक वैदिक शिक्षा के केंद्र के रूप में वह विकसित करना चाहते थे।

उन्होंने मुख्यमंत्री से योग विज्ञान विभाग को एक सर्वोत्तम केंद्र के रूप में विकसित करने एवं योग को प्राथमिक से उच्च शिक्षा स्तर योग को अनिवार्य करने एवं योग प्रशिक्षितों को नियुक्ति प्रदान करवाने की मांग की।

इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से मुख्य वक्ता डॉ. एच.आर. नागेन्द्र, कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय प्रो. एन.एस. भण्डारी, डॉ. नवीन भट्ट, सुश्री मोनिका बंसल आदि उपस्थित थे।



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