नई दिल्लीः भारतीय सेना ने पाक की सीमा में घुसकर कई आतंकियों को मार गिराया है। NSA डोभाल के नेतृत्व में इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रनवीर सिंह ने गुरुवार को इसकी जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया,”सर्जिकल स्ट्राइक का उद्देश्य आतंकियों को भारत की सीमा में घुसने से पहले मार गिराने का था।”वहीं पाक मीडिया के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस हमले को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि इसमें पाक सेना के 2 जवान मारे गए हैं।एलओसी पर पाकिस्तान लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है। सीमा पर आतंकी घुसपैठ बढ़ रही है। इसको लेकर सेना ने एलओसी पार करके सर्जिकल स्ट्राइक किया है।
होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 10 किमी तक पंजाब के गांवों को खाली कराने के आदेश दे दिए हैं। गुरुवार को बाघा बॉर्डर पर होने वाली बीटिंग रीट्रीट और ज्वाइंट ड्रील को भी कैंसिल कर दिया गया है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पीएम मोदी CCS (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की मीटिंग ले रहे हैं।भारतीय आर्मी के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद नवाज शरीफ की बौखलाहट सामने आई है।नवाज ने इस हमले की निंदा की है।
-5 जगहों पर सेना ने एक साथ हमला बोला।
-बुधवार की रात 12.30 बजे से लेकर 4.30 बजे तक यह ऑपरेशन चला।
-आॅपरेशन को अंजाम देने के बाद सेना वापस भारत लौट आई है।
-इस आॅपरेशन में भारतीय जवान बिल्कुल सुरक्षित हैं।
क्या है सर्जिकल स्ट्राइक ?
-सर्जिकल स्ट्राइक में अपने लक्ष्य में सरप्राइज अटैक यानी अचानक हमला किया जाता है।
-जिससे सामने वाले को किसी भी तरह की कार्रवाई का कोई मौका नहीं मिल पाता है ।
-यह सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन सेना द्वारा किया जाने वाला एक नियंत्रित हमला होता है।
-जिसमें किसी खास इलाके में पहले से तय विशेष ठिकाने पर हमला करके उसे खत्म किया जाता है।
-इससे सेना द्वारा बड़े पैमाने पर उस इलाके में बर्बादी को रोका जाता है।
-सर्जिकल स्ट्राइक में विशेष तरीके से अटैक करने के तरीके को डिजाइन किया जाता है।
-सेना द्वारा किए गए इस सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन में सिविलियन इलाके को कोई हानि नहीं होती है।
-इसका कारण यह है कि यह ऑपरेशन सिर्फ दुश्मनों के ठिकानों तक की नियंत्रित रहता है।
पिछले साल भी भारतीय सेना ने किया था सर्जिकल स्ट्राइक
भारतीय सेना द्वारा म्यांमार में पिछले साल किया गया सर्जिकल स्ट्राइक इसका सबसे बेहतर उदाहरण है। वहां भारतीय सेना के 70 जवानों ने म्यांमार में घुसकर 40 मिनट के अंदर 38 नगा विद्रोहियों को मार गिराया था। इस ऑपरेशन में 7 विद्रोही घायल हुए थे। गौरतलब है की अमेरिका ने भी सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन के तहत ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था।