हरिद्वार। त्रिपुरा मंदिर में देश के सैनिकों को बल प्राप्त हो इस मनोरथ से किए गए 48 घण्टे के अखण्ड मां बगुलामुखी यज्ञ की पूर्णाहूति के अवसर पर भूमापीठाधीश्वर स्वामी अच्यूतानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि सीमाओं पर तैनात वीर सैनिकों को बल प्राप्त हो, उनकी रक्षा हो तथा विश्व कल्याण की कामना से किए गए यज्ञ का यथेष्ट फल अवश्य प्राप्त होगा। यज्ञ की आहुतियों से निकली ऊर्जा देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे सैनिकों के लिए सुरक्षा कवच के समान कार्य करेगी। यज्ञ के फलस्वरूप विश्व में शांति का वातावरण बनेगा। परिवारों में सुख समृद्धि का आगमन होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारतीय सीमाओं पर सीज फायर का उल्लंघन कर देश के निर्दोष सैनिकों को निशाना बना रहा है। देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने से भी पीछे नहीं हट रहे वीर भारतीय सैनिकों के साथ पूरा देश खड़ा है। प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है कि वह सीमाओं पर तैनात अपने प्रहरियों के लिए कुछ न कुछ सकारात्मक अवश्य करे। स्वामी प्रेमानंद महाराज ने कहा कि मां बगुलामुखी सभी के कष्टों को हरती है। विधि विधान से मां बगुलामुखी की पूजा अर्चना करने से असाध्य रोग तक दूर हो जाते हैं। पंडित अधीर कौशिक ने बताया कि 21 विद्वान पंडितों के सानिध्य में आयोजित किए गए 48 घंटे के अखण्ड महायज्ञ में 11 हजार आहुतियां दी गयी। देश के सैनिकों को बल प्रदान करने के लिए यज्ञ का क्रम आगे भी चलता रहेगा। इसका समापन जैसलमेर सीमा पर होगा। यज्ञ की पूर्णाहूति पर भण्डारा व प्रसाद वितरण भी किया गया। इस अवसर पर आचार्य करूणेश मिश्र, संत मुनि जी, बिन्दु महाराज, डाॅ.सुनील कुमार बत्रा, योगाचार्य विशाल शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता जेपी बड़ोनी, बिजनौरी महासभा के महामंत्री प्रमोद गिरी सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।