नवीन चौहान
हरिद्वार के एक नामी हॉस्पिटल पर मुकदमा दर्ज करने की कवायद जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। उक्त हॉस्पिटल प्रबंधकों ने कोरोना संक्रमण के आपदा की घड़ी में पीड़ितों का जमकर शोषण किया। कोरोना टेस्ट के नाम पर मनमर्जी दाम वसूल किए। सरकार की ओर से निर्धारित दरों को दरकिनार कर दिया। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने पीड़ितों की शिकायत पर इस प्रकरण का संज्ञान लिया। प्रकरण की जांच कराई गई तो आरोपों की पुष्टि हो गई। जिसके बाद इस हॉस्पिटल पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
राज्य सरकार के निर्देशों के बाद जिला प्रशासन ने हरिद्वार की जनता को कोविड टेस्ट कराने की सुविधा निजी हॉस्पिटल के माध्यम से प्रदान की। हरिद्वार के निजी हॉस्पिटल ने टेस्ट करने शुरू कर दिए। लेकिन हॉस्पिटल संचालकों ने राज्य सरकार की ओर से निर्धारित दरों को दरकिनार कर अपनी मनमर्जी शुरू कर दी। पीड़ित जनता से टेस्ट कराने के नाम पर मनमाफिक पैंसा वसूल किया गया। इस प्रकरण की शिकायत जब जिलाधिकारी सी रविशंकर तक पहुंची तो उन्होंने जांच कराने के आदेश जारी कर दिए। सीएमओ ने इस प्रकरण की जांच की। जिसके बाद हॉस्पिटल की कारगुजारियां उजागर हुई। फिलहाल इस प्रकरण में निजी हॉस्पिटल पर शिंकजा कसने की तैयारी की जा रही है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर नए साल में नए संकल्प के साथ जनता की सेवा के लिए तत्पर है। इसी क्रम में वह निजी हॉस्पिटल पर कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही अपने इरादे एक बार फिर जाहिर करेंगे। हरिद्वार की जनता के साथ अन्याय किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। जनता की शिकायतों पर संजीदगी से कार्रवाई होगी। पीड़ित जनता को इंसाफ मिलेगा।
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